नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कंझावला कांड पर राजनीति तेज हो गई है. जहां एक तरफ इस घटना के पांचों आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है. वहीं, अब इस घटना पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा को घेरा है. आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने देश के गृह मंत्री अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि आप से दिल्ली की कानून व्यवस्था ठीक नहीं हो पा रही है. आए दिन क्राइम हो रहा है और आपकी दिल्ली पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी है. (AAP leader Sanjay Singh attacked Home Minister Amit Shah)
संजय सिंह ने कहा कि आपसे दिल्ली की कानून व्यवस्था ठीक नहीं हो पाएगी. इसलिए दिल्ली की कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मौका दें. हम दिल्ली में कानून व्यवस्था ठीक करके दिखाएंगे. दिल्ली में कोई माफिया, गुंडे को बक्शा नहीं जाएगा. सबका एक ही पता होगा जेल. मालूम हो कि नए साल के मौके पर कंझावला इलाके में एक युवती को कार सवार आरोपियों ने 12 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तक कार से घसीटा था, जिसके बाद युवती की मौके पर मौत हो गई थी. इसके बाद से ही दिल्ली में कानून व्यवस्था को लेकर दिल्ली पुलिस पर सवाल उठने लगे थे.
गृह मंत्री मिलने का समय नहीं देतेः आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में एक बेटी को 12 किलोमीटर तक घसीट कर मार दिया जाता है और हम गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांग रहे हैं लेकिन उनके यहां से मिलने का समय नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे सांसद के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें मेल किया, कॉल किया. उन्होंने कल कहा था कि आज मिलने का समय मिलेगा, लेकिन आज भी मिलने का समय नहीं दिया गया है. यह दिखाता है कि अमित शाह को इस घटना से कुछ भी लेना देना नहीं है.
मनोज मित्तल को बचाने में जुटी बीजेपीः संजय सिंह ने कहा कि आज पूरी भाजपा सिर्फ एक काम कर रही है. पांच आरोपियों में से एक भाजपा का नेता मनोज मित्तल जिसे बचाने के लिए भाजपा काम कर रही है. लड़की के मौत के मामले में अलग मोड़ दिया जा रहा है और इस मामले को दबाने के लिए लीपापोती की जा रही है. भाजपा इस घटना में शामिल है. इसका सबसे बड़ा सबूत यह है कि भाजपा ने अब तक मनोज मित्तल को भाजपा से बाहर का रास्ता नहीं दिखाया है. सिंह ने कहा कि मैं गृह मंत्री अमित शाह से कहना चाहता हूं कि आप से और आपकी दिल्ली पुलिस से कानून व्यवस्था नहीं चल पा रही है. आपके गृह मंत्री रहते अदालतों में वकीलों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. दिल्ली की सड़कों पर गैंगवार हुआ.