नई दिल्ली: कोरोना से उबरती दिल्ली के लिए डेंगू के बढ़ते मामले चिंतित करने वाले हैं. मई महीने में ही अब तक डेंगू के 25 मामले सामने आ चुके हैं. इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने भाजपा शासित निगम (BJP ruled corporation) पर सवाल उठाया है. आम आदमी पार्टी (AAP) की तरफ से बुधवार शाम निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
'2013 के बाद पहली बार हुआ ऐसा'
दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने कहा कि 2013 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि मई महीने में ही दिल्ली में डेंगू (Dengue in Delhi) के 25 मामले सामने आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने भी इसे लेकर सवाल उठाया है कि अगर सही समय पर कदम नहीं उठाया गया, तो यह खतरनाक हो सकता है. दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने बताया कि भाजपा शासित एमसीडी (BJP ruled MCD) के कर्मचारी इसके लिए काम करते हैं, ताकि लारवा पैदा ना हो.
'MCD ने अब तक नहीं की दवा की खरीद'
उन्होंने कहा कि इसके लिए दवा का छिड़काव किया जाता है. हमें पता चला है कि तीनों एमसीडी में से किसी ने भी अब तक उस दवा की खरीद नहीं की है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal Corporation) ने तो अब तक खरीद की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है. दुर्गेश पाठक ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसलिए खरीद नहीं की गई है, क्योंकि वेंडर का कमीशन सेट नहीं हो पा रहा है.
'बीते साल महंगी खरीदी थी दवा'
दुर्गेश पाठक ने बीते साल महंगे दाम पर हुई खरीद का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पिछले साल हमने आपको बताया था कि निगम ने डेंगू की दवा (Dengue medicine) की खरीद 3600 रुपए प्रति किलो के हिसाब से की थी, जबकि भोपाल में यही दवा 2400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदी गई थी. उन्होंने कहा कि लेकिन इस बार खरीद ही नहीं हुई है.
'तो जाएंगे जनता के बीच'
दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) का यह भी कहना था कि जब तक आम आदमी पार्टी है, इन्हें महंगी रेट में दवा नहीं खरीदने देंगे. उन्होंने कहा कि ऐसे में जबकि दिल्ली में डेंगू (Dengue in Delhi) करीब खत्म हो गया था, मई महीने में ही इतना केस आना खतरनाक है. अगर एमसीडी जल्द से जल्द दवा की खरीद कर छिड़काव नहीं कराती है, तो हम इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे.