नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी कृषि कानूनों के विरोध में लगातार भाजपा शासित केंद्र पर हमलावर है और अब इसके निशाने पर कांग्रेस भी आ गई है. आज आम आदमी पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पार्टी विधायक और प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा से सांठगांठ के साथ कांग्रेस किसानों का आंदोलन रोकना चाहती है. उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अब भाजपा के मुख्यमंत्री की तरह व्यवहार कर रहे हैं.
कांग्रेस ने भी किया था मेनिफेस्टो में वादा
राघव चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव के अपने मेनिफेस्टो में इन तीनों कानूनो का जिक्र किया था, जो मोदी सरकार ने लागू किया है. तब कांग्रेस ने वादा किया था कि वे एपीएमसी मार्केट खत्म करेंगे.
राघव ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर और पीएम मोदी की दोस्ती जगजाहिर है और यही कारण है कि इन कानूनों के बनने से पहले बनाई गई हाई पावर कमेटी में रहते हुए कैप्टन अमरिंदर ने इन कानूनों को लेकर सहमति दी थी.
नहीं बुलाया विधानसभा का सत्र
फरवरी 2020 में चंडीगढ़ में हुई एक ऑल पार्टी मीटिंग का जिक्र करते हुए राघव ने कहा कि तब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर इन कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की बात कही थी, लेकिन कैप्टन अमरिंदर ने सत्र नहीं बुलाया.
हालांकि दिल्ली सरकार द्वारा इस मुद्दे पर सत्र बुलाने की कांग्रेस की मांग पर राघव ने कहा कि हम किसानों के साथ खड़े हैं और हमारे जीते जी दिल्ली में ये कानून लागू नहीं होंगे.
किसानों के नेतृत्व की नहीं उठाई जहमत
राघव ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि 26 नवम्बर को जब किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया, तब कैप्टन अमरिंदर ने उनके नेतृत्व की भी जहमत नहीं उठाई. अगर एक राज्य का मुख्यमंत्री किसानों के साथ चलता, तो कोई भी पुलिस किसानों पर लाठी, वाटर कैनन या आंसू गैस नहीं चलाती.
राघव ने यह भी कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह किसानों को लेकर कही गई अमित शाह के बयान को सही ठहरा रहे हैं.
ऐसा गृह मंत्री शायद ही मिला हो
गृह मंत्री अमित शाह पर भी राघव चड्ढा ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिल्ली की हर सीमा पर किसान खड़े हैं, किसान अपनी समस्याओं को लेकर दिल्ली में बैठे हैं और केंद्रीय गृह मंत्री हैदराबाद में चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
राघव चड्ढा ने कहा कि अपने अब तक के राजनीतिक अनुभव के आधार पर मैं कह सकता हूं कि ऐसा खराब गृह मंत्री इस देश को शायद ही कभी मिला हो.