नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में बुरी हार के बाद विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी पूरी तैयारी के साथ उतरना चाहती है. इसके लिए पार्टी ने एक कार्यक्रम तैयार किया है, जिसे 'आपका विधायक आपके द्वार' नाम दिया गया है.
सीएम केजरीवाल ने खुद सभी विधायकों की मौजूदगी में इस अभियान की घोषणा की. केजरीवाल के निवास स्थान पर बुधवार को हुई सभी विधायकों की बैठक में 'आपका विधायक आपके द्वार' कार्यक्रम पर चर्चा हुई.
समस्याओं का करें समाधान
बैठक के दौरान केजरीवाल ने सभी विधायकों को निर्देश दिया कि 'आपका विधायक आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत सभी विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में जनता की बीच जाएं, उनकी समस्याओं पर चर्चा करें और उनके समाधान हेतु काम करें.
विधायक बताएंगे अपनी उपलब्धियां
इस बैठक में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले साढ़े 4 सालों में आम आदमी पार्टी की सरकार ने बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और डोर स्टेप डिलीवरी जैसे कामों के क्षेत्र में अद्भुत परिवर्तन किए हैं और इन सभी कामों को लेकर अब जनता के बीच जाना है.
केजरीवाल ने अपने विधायकों को स्पष्ट तौर पर कहा कि आप जनता के बीच जाकर इन कामों को लेकर चर्चा करें और जनता में अगर इनसे जुड़ी कोई समस्या हो तो तुरंत प्रभाव से उसका समाधान करें.
दिल्ली सरकार की रिपोर्ट दिखाएंगे
अरविंद केजरीवाल ने विधायकों को अभी से इस काम में जुट जाने को कहा और साथ ही कहा कि प्रतिदिन आपको अपनी विधानसभा के किसी एक क्षेत्र में निकलना है और घर-घर जाकर जनता से मुलाकात करनी है.
इसी क्रम में जनता के बीच दिल्ली सरकार के काम की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करनी है. इस बैठक में आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक और कैबिनेट मंत्री गोपाल राय भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री के सामने पेश होगी रिपोर्ट
इस कार्यक्रम की निगरानी के लिए पार्टी हर विधानसभा में एक एक टीम का भी गठन करेगी. हर विधानसभा की टीम अपने क्षेत्र में इसका पड़ताल भी करेगी कि वहां 'आपका विधायक आपके द्वार' कार्यक्रम कैसा चल रहा है.
यह टीम हर दिन इसकी रिपोर्ट पार्टी कार्यालय में जमा करेगी जिसे शाम में मुख्यमंत्री केजरीवाल के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. पहले दौर की रिपोर्ट के आधार पर इस कार्यक्रम के संबंध में आगे की रणनीतियां तैयार की जाएंगी.
सीधे जनता से 'आप' का जुड़ाव
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के ज्यादातर कैम्पेन सीधे तौर पर जनता से रूबरू होने से जुड़े होते हैं. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भी आम आदमी पार्टी उसी प्रारूप को अपना रही है.
अब देखना यह होगा कि विधानसभा चुनाव से काफी पहले की ऐसी तैयारियां आम आदमी पार्टी के लिए कितना प्रभावी हो पाती हैं.