नई दिल्ली: साउथ एमसीडी में बीते दिनों साल 2016-17 की ऑडिट रिपोर्ट को लेकर आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद, एन्टी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) पहुंच गई. आरोप है कि बीजेपी ने अधिकारियों के साथ मिलकर निगम में करोड़ों की हेराफेरी की है.
रिपोर्ट के आधार पर यहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है.
'बीजेपी नेताओं ने किया भ्रष्टाचार'
नेता विपक्ष किशनवती ने कहा कि सालों से भारतीय जनता पार्टी निगम में राज कर रही है. साल 2016 में यहां योजनाओं के नाम हजारों करोड़ों रुपये खर्च हुए लेकिन इन योजनाओं का फायदा जनता को नहीं मिला. कई योजनाओं को जानबूझकर लेट किया गया ताकि भ्रष्टाचार किया जा सके. उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेताओं ने यहां अधिकारियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार किया है.
'आप' पार्षद प्रेम ने आरोप लगाया है कि 3 महीने से निगम में कमिश्नर नहीं था. उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य बात नहीं है. कमिश्नर की नियुक्ति सिर्फ इसलिए नहीं की जा रही थी ताकि छोटे अधिकारियों पर दबाब बनाकर काम करवाया जा सके. नालों से लेकर पार्किंग तक के मामलों में उन्होंने भ्रष्टाचार होने की बात कही है.
'भ्रष्टाचारियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई'
पूर्व नेता विपक्ष प्रवीण कुमार ने भी आरोप लगाया है कि निगम भ्रष्टाचार का पर्याय बन गई है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने सड़कों की जानकारी ही नहीं दी. उन्होंने कहा कि साउथ एमसीडी का ऐसा एक विभाग भी नहीं है जो ईमानदारी से अपना काम करता हो. उन्होंने मांग की है कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.