नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली की जनता से मिल रहे प्यार और भारी समर्थन को देखते हुए 20 दिसंबर तक चलने वाला डोर टू डोर "मैं भी केजरीवाल" हस्ताक्षर अभियान अब 30 दिसंबर 2023 तक चलेगा. इसके बाद हमारे नेता 4 जनवरी से लेकर 7 जनवरी 2024 तक पूरी दिल्ली में जनसभाएं करेंगे
गोपाल राय ने आगे कहा कि जिस तरीके से मोदी सरकार आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ षड्यंत्र रच रही है, उसको लेकर दिल्ली की जनता बहुत गुस्से में है. लोगों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने हमारे लिए अच्छे स्कूल और अस्पताल बनवाए. आज महिलाओं को फ्री में बस यात्रा मिल रही है. हमारे बिजली और पानी के बिल जीरो आ रहे हैं. अरविंद केजरीवाल ने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है.
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क्या मोदी सरकार अच्छे कामों के लिए हमारे नेता को गिरफ्तार करना चाहती है? हम अपने सीएम को गिरफ्तार नहीं होने देंगे. अगर उनको गिरफ्तार किया गया तो हम भी उनके साथ जेल में जाएंगे. जनता एक सुर में कह रही है कि अगर मोदी सरकार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार करा लेती है तो उन्हें अपना इस्तीफ़ा नहीं देना चाहिए. उन्हें जेल में रह कर ही सरकार चलानी चाहिए.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक ऋतुराज झा ने कहा कि 'मैं भी केजरीवाल' अभियान को लेकर हमने जितनी उम्मीद की थी उससे ज्यादा समर्थन मिल रहा है. नरेंद्र मोदी जी देश में अगर किसी से डरते हैं तो वह केजरीवाल हैं. अब इनका डर इस कदर बढ़ गया है कि फर्जी केस के माध्यम से मुख्यमंत्री को टारगेट कर रहे हैं. मोदी सरकार द्वारा राजनीतिक फायदे के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है.
कोविड में जान गंवाने वाले तीन कोरोना योद्धा के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज कोविड महामारी के समय लोगों की जान बचाते हुए कोरोना की चपेट में आकर जान गंवाने वाले तीन कोरोना योद्धा के परिवारों से मुलाकात की और उन्हें दिल्ली सरकार की ओर से एक - एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि का चेक सौंपा. इस दौरान गोपाल राय ने बताया कि कोरोना वॉरियर संदीप कुमार शर्मा कैट्स में, कृष्ण पाल गुरुनानक आई सेंटर में और पूनम नागर जी टी बी हॉस्पिटल में कार्यरत थे. अपनी ड्यूटी निभाते हुए ये लोग कोरोना की चपेट में आ गए और उनका निधन हो गया. उन्होंने कहा कि भले ही अनुग्रह राशि परिवारों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पाए, लेकिन मुझे उम्मीद है कि परिजनों को इस आर्थिक मदद से अपना भविष्य संवारने एवं जीवन यापन में थोड़ी सहायता मिलेगी।
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