नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति में थोड़ा सुधार देखने को मिल रहा है. राहत की बात यह है कि कोरोना को मात देने वालों की संख्या में भी प्रतिदिन इजाफा हो रहा है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों की माने तो बुधवार की सुबह 8 बजे तक दिल्ली के सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों में 4274 बेड उपलब्ध हैं.
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के कुल 23218 बेड मौजूद है. जिनमें से 18944 बेड पर मरीज हैं, वहीं 4274 बेड खाली हैं. दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू/वेंटीलेटर के 5853 बेड हैं. जिनमें से 5777 बेड पर मरीज भर्ती हैं, तो वहीं 76 आईसीयू /वेंटीलेटर बेड खाली है.
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राजीव गांधी अस्पताल में खाली हैं 17आईसीयू बेड
पिछले कुछ दिनों के मुकाबले दिल्ली में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की स्थिति में थोड़ा सुधार होते दिख रहा है. सरकार द्वारा विभिन्न अस्पतालों में आईसीयू और वेंटिलेटर के बेड भी बढ़ाए गए है. दिल्ली सरकार के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आईसीयू और वेंटिलेटर के 17 बेड खाली हैं.
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एन के एस हॉस्पिटल गुलाबी बाग में 16 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड, तो वहीं मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में 6 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं. इसके अलावा एम्स में 5, एम्स ट्रामा सेंटर में 3, डिवाइन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में 10, आस्था हॉस्पिटल में 1, लाइफलाइन हॉस्पिटल 3, निदान हॉस्पिटल 1, सिंघल हॉस्पिटल में 2, ए आर के हॉस्पिटल में 2, नेस्तिवा हॉस्पिटल में 2, सनराइज हॉस्पिटल में 2, अपोलो स्पेक्ट्रा में 3, राम लाल कुंदन लाल हॉस्पिटल में 2, एंजेल अगस्ता हॉस्पिटल में 1 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.