नई दिल्ली: आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान 15 अगस्त तक दिल्ली के आसमान में 25 लाख तिरंगे लहराते हुए नजर आएंगे. इसको लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातर बैठकें कर रहे हैं. बुधवार को उपराज्यपाल ने इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए नगर निगम, डीडीए और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मीटिंग की. उन्होंने अधिकारियों को 22 जुलाई से "हर घर तिरंगा" योजना की बड़े पैमाने पर शुरू किए जाने के निर्देश दिए. कहा कि सभी एजेंसियों की वेबसाइट के होमपेज पर 22 अगस्त तक लहराता हुआ तिरंगा डिस्प्ले हो.
दिल्ली सरकार भी आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर इसे बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी कर रही है. इसकी शुरुआत गत वर्ष ही 15 अगस्त को हो चुकी थी. लेकिन अगले महीने 15 अगस्त को आजादी मिलने के ठीक 75 वर्ष पूरे होने पर दिल्ली सरकार दो सप्ताह तक जश्न मनाएगी. दिल्ली सरकार के तमाम विभाग, स्थानीय निकाय, तमाम शैक्षणिक संस्थानों को इस महोत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाने के निर्देश दिए गए हैं.
इस बाबत अलग-अलग साइज के तिरंगे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं. अधिकारी बताते हैं कि दिल्ली के कोने-कोने में रहने वाले लोगों व भवनों पर तिरंगा पहुंचाने के लिए 25 लाख तिरंगे झंडे का इंतजाम किया जा रहा है. दो सप्ताह तक चलने वाले आजादी के जश्न में बॉलीवुड के कलाकार भी शामिल होंगे. अगस्त के पहले सप्ताह में जश्न की शुरुआत होगी. जून में दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हर हाथ तिरंगा अभियान को लांच किया था उस दौरान तिरंगे की देखरेख के लिए बनाई गई समितियों को अपने-अपने क्षेत्र में तिरंगा वितरण की जिम्मेदारी दी गई थी.
आजादी के 75 में पूरे होने पर आयोजित जश्न में दिल्ली के सभी सरकारी व निजी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों छात्र हिस्सा लेंगे और वह अलग-अलग जगहों पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली में दो बड़े कार्यक्रम आयोजित होंगे जिसमें बॉलीवुड के कलाकार भी हिस्सा लेंगे.
बता दें कि विगत मार्च महीने में दिल्ली विधानसभा में चालू वित्त वर्ष का बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री मनीष सिसोदिया ने देश की आजादी के अमृत महोत्सव के सिलसिले में 500 स्थानों पर बड़े-बड़े तिरंगे झंडे लगाने का ऐलान किया था. इसके लिए 100 करोड़ रुपये का बजट में प्रावधान भी किया गया था. इसी के तहत अभी तक दिल्ली में सौ से अधिक स्थानों पर झंडे लगाए गए हैं. चूंकि दिल्ली सरकार ने 500 प्रमुख स्थानों पर 115 फीट ऊंचे तिरंगे लगाने का फैसला लिया है और इस दिशा में झंडे लगाने का काम जारी है. भविष्य में किसी कारण इन तिरंगों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे, सरकार ने समिति बनाने का फैसला लिया था.
स्वतंत्रता दिवस पर हर हाथ तिरंगा कार्यक्रम में खास
- दिल्ली में 100 स्थानों पर आयोजित होगा कार्यक्रम
- सरकारी व निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 20 लाख छात्र हिस्सा लेंगे
- एक सप्ताह पहले होगा मेगा तिरंगा कंसर्ट
- दिल्ली वालों में वितरित किए जाएंगे 25 लाख झंडे
- बॉलीवुड के कलाकार भी करेंगे शिरकत
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तिरंगे को लेकर भारत की ध्वज संहिता
वर्ष 2002 से पहले आम लोगों को सिर्फ स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराने की छूट थी. 26 जनवरी 2002 को इंडियन फ्लैग कोड में संशोधन किया गया, जिसके बाद अब कोई भी नागरिक किसी भी दिन झंडा फहरा सकता है. आपको बता दें कि 100 फ़ीट से अधिक ऊंचाई पर लगे तिरंगे को सूर्यास्त के बाद उतारने का प्रावधान नहीं है. वह हमेशा आसमान में फहरा सकता है, इसलिए दिल्ली समेत अन्य राज्य सरकारें सार्वजनिक स्थानों पर 100 फ़ीट से अधिक ऊंचाई पर तिरंगा लगा रही हैं, लेकिन तिरंगा कैसा होना चाहिए इसके क्या नियम है जानिए...
- ऊंचाई पर फहराए गए झंडे की स्थिति सम्मानजनक होनी चाहिए.
- फटा या मैला-कुचैला झंडा नहीं फहराया जाना चाहिए.
- झंडा फट जाए, मैला हो जाए तो उसे एकांत में मर्यादित तरीके से पूरी तरह नष्ट कर दिया जाए.
- झंडे को कभी पानी में नहीं डुबोया जा सकता. किसी भी तरह फिजिकल डैमेज नहीं पहुंचा सकते.
- झंडे के किसी भाग को जलाने, नुकसान पहुंचाने के अलावा मौखिक या शाब्दिक तौर पर इसका अपमान करने पर तीन साल तक की जेल या जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं.
- झंडा हाथ से काते और बुने गए ऊनी, सूती, सिल्क या खादी से बना होना चाहिए.
- झंडे का आकार आयताकार होना चाहिए. इसकी लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 का होना चाहिए. केसरिया रंग को नीचे की तरफ करके झंडा लगाया या फहराया नहीं जा सकता.
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