नई दिल्ली: रामलीलाओं का दौर भले समाप्त हो गया है, लेकिन दिल्ली में आज भी एक ऐसी जगह जहां रामलीला का मंचन किया जा रहा है. इसे देखने के लिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ रही है. दरसल, मंडी हाउस स्थित श्रीराम भारतीय कला केंद्र में रोज शाम को 6:30 बजे "श्री राम" नाम के नृत्य, संगीत और नाटक के माध्यम से महाकाव्य रामायण का आयोजन किया जा रहा है. आपको बता दें कि श्रीराम भारतीय कला केंद्र द्वारा प्रसिद्ध ‘श्री राम’ के 67वें संस्करण का आयोजन 15 अक्टूबर, 2023 से किया जा रहा है. जिसका 5 नवंबर को समापन हो जाएगा.
पद्मश्री शोभा दीपक सिंह द्वारा परिकल्पित और कोरियोग्राफ किया गया, ‘श्री राम’ एक ऐसी विरासत है, जिसे उन्होंने दशकों से कायम रखा है. शोभा ने बताया कि, "दीपावली के त्यौहार तक "श्री राम" का आयोजन 20 दिनों के लिए किया जाता है. उन्होंने बताया कि युवाओं में रामलीला देखने की रुचि बढ़ी है. इस वर्ष दर्शकों ने 67 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है."
आपको बता दें कि शोभा पिछले छह दशकों से अधिक समय से नृत्य, संगीत और नाटक के माध्यम से दुनिया के साथ रामायण की कालजयी कहानी को साझा करती आ रही हैं. वहीं, महाकाव्य का आनंद लेने पहुंची प्रांजिल ने बताया कि वह पिछले 5 वर्षों से लगातार रामलीला देखने आ रही हैं.
रामलीला मंचन के दौरान इसमें भगवान राम के जन्म से लेकर उनके राज्याभिषेक तक के जीवन को दर्शाया गया. यह रामलीला भरतनाट्यम और कलारीपयट्टू से लेकर मयूरभंज छाऊ और उत्तर भारत के लोक नृत्यों की नृत्य शैलियों के साथ, हिंदुस्तानी शास्त्रीय रागों पर आधारित लयबद्ध संगीत के साथ, प्रतिदिन शाम 6.30 बजे से रात नौ तक किया जा रहा है.