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BJP leader Murder Case: सुरेंद्र मटियाला की हत्या मामले में दो नाबालिग समेत 6 आरोपी गिरफ्तार

बीजेपी के स्थानीय नेता और काउंसलर का चुनाव लड़ चुके सुरेंद्र मटियाला की हत्या मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने 6 आरोपियों को अपनी गिरफ्त में लिया है, जिनमें से दो आरोपी नाबालिग हैं.

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Published : Apr 22, 2023, 12:54 PM IST

Updated : Apr 22, 2023, 1:32 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने द्वारका जिला के मटियाला रोड पर 14 अप्रैल की रात बीजेपी के स्थानीय नेता सुरेंद्र मटियाला की गोली मारकर हत्या मामले का खुलासा करते हुए शनिवार को 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है.

सीसीटीवी फुटेज पुलिस के लिए बने वरदान: सुरेंद्र मटियाला की हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को शुरुआती जांच में सीसीटीवी फुटेज काफी मददगार साबित हुए. साथ ही मौके पर की गई छानबीन, फॉरेंसिक टीम द्वारा इकट्ठा किए गए जरूरी सबूत और मृतक के मोबाइल की इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से ही आज आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. छानबीन के दौरान मामला प्रॉपर्टी विवाद का निकला.


प्रॉपर्टी विवाद की बात सामने आई: पता चला कि प्रॉपर्टी को लेकर सुरेंद्र मटियाला के कई विवाद चल रहे थे. इसी बीच एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा, जिसमें दावा किया गया कि सुरेंद्र मटियाला की हत्या कपिल सांगवान उर्फ नन्दू गैंग ने करवाई है. आरोप लगाया गया कि मटियाला का संपर्क दूसरे गैंग से था और इसको लेकर मना भी किया गया था, लेकिन जब वह नहीं माने, तो उनकी हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं इंस्टाग्राम पर वायरल मैसेज में यह भी कहा गया था कि जो भी ऐसा करेगा, उसके साथ अंजाम ऐसा ही होगा.

पूरी प्लानिंग के साथ करवाई गई हत्या: सुरेंद्र मटियाला की हत्या के लिए शूटर हायर किए गए थे. वारदात को अंजाम देने के लिए चोरी की बाइक का इंतजाम किया गया था. फंड का इंतजाम किसी और ने किया था जबकि रेकी किसी और ने करवाई थी. योजना पूरी होने के बाद 14 अप्रैल की रात उस समय सुरेंद्र मटियाला की गोली मारकर हत्या की गई, जब वह अपने 2-3 जानकारों के साथ मटियाला रोड स्थित अपने ऑफ़िस में बैठकर टीवी देख रहे थे.

ऑपरेशन सेल की ज्वाइंट टीम ने किया खुलासा: एसीपी ऑपरेशन रामअवतार की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर नवीन कुमार, एएटीएस के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार, एंटी नारकोटिक्स के इंचार्ज सुभाष चंद और जेल बेल के इंचार्ज रघुबीर सिंह की टीम ने इस गुत्थी को सुलझाने के लिए लगातार 6 दिनों तक कड़ी मशक्कत की और एक-एक करके 6 को दबोचने में कामयाबी हासिल की.

काउंसलर का चुनाव लड़ चुके थे सुरेंद्र मटियाला: सुरेंद्र मटियाला नजफगढ़ जिला किसान मोर्चा के प्रभारी थे. पूर्व में काउंसलर का चुनाव भी बीजेपी की तरफ से लड़ चुके थे. उनका ऑफिस मटियाला रोड पर काफी अरसे से चल रहा है. यहां पर पश्चिमी जिला के सांसद प्रवेश वर्मा भी आते रहते हैं और यहां पर बैठकर लोगों से उनकी समस्या भी सुनते रहते हैं. जिसकी वजह से यहां पर लोगों का आना-जाना भी काफी रहता था.

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने द्वारका जिला के मटियाला रोड पर 14 अप्रैल की रात बीजेपी के स्थानीय नेता सुरेंद्र मटियाला की गोली मारकर हत्या मामले का खुलासा करते हुए शनिवार को 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है.

सीसीटीवी फुटेज पुलिस के लिए बने वरदान: सुरेंद्र मटियाला की हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को शुरुआती जांच में सीसीटीवी फुटेज काफी मददगार साबित हुए. साथ ही मौके पर की गई छानबीन, फॉरेंसिक टीम द्वारा इकट्ठा किए गए जरूरी सबूत और मृतक के मोबाइल की इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से ही आज आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. छानबीन के दौरान मामला प्रॉपर्टी विवाद का निकला.


प्रॉपर्टी विवाद की बात सामने आई: पता चला कि प्रॉपर्टी को लेकर सुरेंद्र मटियाला के कई विवाद चल रहे थे. इसी बीच एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा, जिसमें दावा किया गया कि सुरेंद्र मटियाला की हत्या कपिल सांगवान उर्फ नन्दू गैंग ने करवाई है. आरोप लगाया गया कि मटियाला का संपर्क दूसरे गैंग से था और इसको लेकर मना भी किया गया था, लेकिन जब वह नहीं माने, तो उनकी हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं इंस्टाग्राम पर वायरल मैसेज में यह भी कहा गया था कि जो भी ऐसा करेगा, उसके साथ अंजाम ऐसा ही होगा.

पूरी प्लानिंग के साथ करवाई गई हत्या: सुरेंद्र मटियाला की हत्या के लिए शूटर हायर किए गए थे. वारदात को अंजाम देने के लिए चोरी की बाइक का इंतजाम किया गया था. फंड का इंतजाम किसी और ने किया था जबकि रेकी किसी और ने करवाई थी. योजना पूरी होने के बाद 14 अप्रैल की रात उस समय सुरेंद्र मटियाला की गोली मारकर हत्या की गई, जब वह अपने 2-3 जानकारों के साथ मटियाला रोड स्थित अपने ऑफ़िस में बैठकर टीवी देख रहे थे.

ऑपरेशन सेल की ज्वाइंट टीम ने किया खुलासा: एसीपी ऑपरेशन रामअवतार की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर नवीन कुमार, एएटीएस के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार, एंटी नारकोटिक्स के इंचार्ज सुभाष चंद और जेल बेल के इंचार्ज रघुबीर सिंह की टीम ने इस गुत्थी को सुलझाने के लिए लगातार 6 दिनों तक कड़ी मशक्कत की और एक-एक करके 6 को दबोचने में कामयाबी हासिल की.

काउंसलर का चुनाव लड़ चुके थे सुरेंद्र मटियाला: सुरेंद्र मटियाला नजफगढ़ जिला किसान मोर्चा के प्रभारी थे. पूर्व में काउंसलर का चुनाव भी बीजेपी की तरफ से लड़ चुके थे. उनका ऑफिस मटियाला रोड पर काफी अरसे से चल रहा है. यहां पर पश्चिमी जिला के सांसद प्रवेश वर्मा भी आते रहते हैं और यहां पर बैठकर लोगों से उनकी समस्या भी सुनते रहते हैं. जिसकी वजह से यहां पर लोगों का आना-जाना भी काफी रहता था.

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Last Updated : Apr 22, 2023, 1:32 PM IST
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