नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली के सब्जी मंडी थाना इलाके में 6 फरवरी को 32 लाख रुपये की हुई लूट मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए बदमाशों में एक सीआईएसफ का जवान भी है. जानकारी के अनुसार पांचो आरोपी ने पुलिस की वर्दी पहन कर घटना को अंजाम दिया है. कारोबारी के पैसों को हवाला का पैसा मानकर गाड़ी की तलाशी अभियान के नाम पर ये फर्जी पुलिस वाले कारोबारी के कर्मचारी का अपहरण कर उससे 32 लाख रूपये लूट कर फरार हो गए. साथ ही आरोपी कर्मचारी सूर्यप्रताप को अपनी गाड़ी से वजीराबाद फ्लाईओवर के पास छोड़कर भाग गए थे.
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि इन आरोपियों ने चांदनी चौक इलाके में पुराने नोट बदलने के कारोबारी के कर्मचारी से 32 लाख रुपए लूट लिए. सभी आरोपियों ने खुद को पुलिस वाला दिखाने के लिए पुलिस की वर्दी, वॉकी टॉकी का इस्तेमाल करते घटना को अंजाम दिया, ताकि किसी को इनपर शक न हो. पुलिस सभी आरोपियों को दिल्ली से ही गिरफ्तार किया गया है. जिनकी पहचान मनजीत (23) बिहार, सुनील कुमार (31) मेरठ, तुषार (31), सागर उर्फ शक्ति (32) और अनुज हीरा (26) तीनों दिल्ली के रहने वाले हैं. जबकि लूटी गई 32 लाख रुपए की रकम में से 27 लाख रुपये लेकर अभी एक आरोपी फरार है, जिसकी पुलिस टीम तलाश कर रही है.
कारोबारी पीडी गुप्ता का चांदनी चौक में पुराने नोट बदलने का कारोबार है. कारोबारी ने पुलिस को बताया कि छोटे-छोटे नोटों को शादी विवाह या छोटी दुकानों पर चलाया जा सकता है. पुलिस ने दिल्ली एनसीआर में अपने लोकल इंटेलिजेंस की मदद से मामले की तहकीकात शुरू की. अपरहण और लूट की वारदात का एक आरोपी सागर उर्फ शक्ति शहादरा की मार्केट में 20-20 के नोटों के बंडल को चलाने के लिए आया, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया. सागर की निशानदेही पर उत्तरी जिले की पुलिस टीम ने सीआईएसएफ के जवान सहित अन्य चारों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया, जिनके पास से 4.80 लाख रुपये बरामद किए है.
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पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें कारोबारी पीडी गुप्ता के पास काम करने वाले नौकर ने यह जानकारी दी थी. वह भी इनके साथ लूट की वारदात में भी शामिल था. फिलहाल पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले को सुलझा लिया है और छठे आरोपी के तलाश कर रही है. साथ ही पूछताछ में यह भी जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है कि आरोपियों ने अब तक कितनी अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया हैं. वहीं सीआईएसएफ का जवान कब से इनके साथ इस तरह की वारदातों में शामिल है और पुलिस की वर्दी व अन्य सामान का इंतजाम कहा से किया था.
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