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रोबोटिक सर्जरी से निकाला गया 22 सेंटीमीटर का स्टोन, मिली नई जिंदगी

दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में डॉक्टर्स ने पेट से 22 सेंटीमीटर बड़ा स्टोन निकाला है. ये युरेट्रीक स्टोन रोबोटिक सर्जरी के जरिए निकाला गया.

गंगाराम अस्पताल में डॉक्टर्स ने पेट से 22 सेंटीमीटर बड़ा स्टोन निकाला
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Published : Apr 10, 2019, 2:17 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी के जरिए 22 सेंटीमीटर बड़ा स्टोन निकाला गया. डॉक्टर्स की चार घंटे की मशक्कत के बाद 60 ग्राम का स्टोन निकाला गया. अस्पताल के अनुसार, इससे पहले निकले युरेट्रीक स्टोन की लंबाई 21. 5 सेंटीमीटर दर्ज की गई थी.

गंगाराम अस्पताल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के कंसल्टेंट डॉक्टर सचिन कथूरिया ने बताया कि सहारनपुर की रहने वाली 35 वर्षीय नताशा के पेट में युरेट्रीक स्टोन था. उन्होंने बताया कि आमतौर पर ये स्टोन छोटे होते हैं, लेकिन जब इसकी जांच की गई तो ये काफी लंबा दिखाई दे रहा था. जिसके बाद रिपोर्ट देखकर सभी डॉक्टर भी हैरान थे. उन्होंने बताया कि इस केस में सबसे अहम बात ये सामने आई कि पीड़ित नताशा को किसी भी तरीके का कोई भी दर्द नहीं था.

रोबोटिक सर्जरी से किया इलाज

डॉक्टर्स ने बताया कि इस तरह के बड़े स्टोन को ज्यादातर खुले या बड़े चीरे की मदद से निकाला जाता है, लेकिन इसे कई चरणों में करना पड़ता है जो कि मरीज के लिए बेहद जोखिम भरा होता है. उन्होंने बताया कि ऐसे में रोबोटिक सर्जरी का निर्णय लिया गया. जिसके बाद सर्जिकल रोबोट की मदद से पेशाब के रास्ते से एक ही सर्जरी में इतने लंबे स्टोन को निकालना संभव हो पाया है. उन्होंने बताया कि इस सर्जरी के चलते मरीज के शरीर में टांको के निशान भी ना के बराबर हैं और पेशेंट को ठीक होने में भी कम समय लगा है.

नई दिल्ली: दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी के जरिए 22 सेंटीमीटर बड़ा स्टोन निकाला गया. डॉक्टर्स की चार घंटे की मशक्कत के बाद 60 ग्राम का स्टोन निकाला गया. अस्पताल के अनुसार, इससे पहले निकले युरेट्रीक स्टोन की लंबाई 21. 5 सेंटीमीटर दर्ज की गई थी.

गंगाराम अस्पताल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के कंसल्टेंट डॉक्टर सचिन कथूरिया ने बताया कि सहारनपुर की रहने वाली 35 वर्षीय नताशा के पेट में युरेट्रीक स्टोन था. उन्होंने बताया कि आमतौर पर ये स्टोन छोटे होते हैं, लेकिन जब इसकी जांच की गई तो ये काफी लंबा दिखाई दे रहा था. जिसके बाद रिपोर्ट देखकर सभी डॉक्टर भी हैरान थे. उन्होंने बताया कि इस केस में सबसे अहम बात ये सामने आई कि पीड़ित नताशा को किसी भी तरीके का कोई भी दर्द नहीं था.

रोबोटिक सर्जरी से किया इलाज

डॉक्टर्स ने बताया कि इस तरह के बड़े स्टोन को ज्यादातर खुले या बड़े चीरे की मदद से निकाला जाता है, लेकिन इसे कई चरणों में करना पड़ता है जो कि मरीज के लिए बेहद जोखिम भरा होता है. उन्होंने बताया कि ऐसे में रोबोटिक सर्जरी का निर्णय लिया गया. जिसके बाद सर्जिकल रोबोट की मदद से पेशाब के रास्ते से एक ही सर्जरी में इतने लंबे स्टोन को निकालना संभव हो पाया है. उन्होंने बताया कि इस सर्जरी के चलते मरीज के शरीर में टांको के निशान भी ना के बराबर हैं और पेशेंट को ठीक होने में भी कम समय लगा है.

Intro:रोबोटिक सर्जरी से निकाला गया 22 सेंटीमीटर का स्टोन, मिली नई जिंदगी

नई दिल्ली: रोबोटिक सर्जरी के जरिए लोगों को किस तरीके से नई जिंदगी मिल रही है, इसकी एक बानगी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में देखने को मिली है.डॉक्टरों की चार घन्टे की कड़ी मेहनत रंग लाई, जिसके बाद यह अब तक का 22 सेंटीमीटर सबसे बड़ा स्टोन बताया जा रहा है. डॉक्टर ने बताया कि इस स्टोन का वजन 60 ग्राम है. अस्पताल के अनुसार, इससे पहले युरेट्रीक स्टोन की लंबाई 21. 5 सेंटीमीटर दर्ज कर की गई थी.


Body:गंगाराम अस्पताल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के कंसल्टेंट डॉक्टर सचिन कथूरिया ने बताया कि सहारनपुर की रहने वाली 35 वर्षीय नताशा के पेट में युरेट्रीक स्टोन था.उन्होंने बताया कि आमतौर पर यह स्टोन छोटे होते हैं, लेकिन जब इनकी जांच की गई तो यह काफी लंबा दिखाई दे रहा था.जिसके बाद रिपोर्ट देखकर सभी डॉक्टर भी हैरान थे. उन्होंने बताया कि इस केस में सबसे अहम बात यह सामने आई कि पीड़ित नताशा को किसी भी तरीके का कोई भी दर्द नहीं था. डॉक्टरों ने बताया कि इस तरह के बड़े स्टोन को ज्यादातर खुले या बड़े चीरे की मदद से निकाला जाता है. लेकिन इसे कई चरणों में करना पड़ता है जो कि मरीज के लिए बेहद जोखिम भरा होता है. उन्होंने बताया कि ऐसे में रोबोटिक सर्जरी का निर्णय लिया गया. जिसके बाद सर्जिकल रोबोट की मदद से पेशाब के रास्ते से एक ही सर्जरी में इतने लंबे स्टोन को निकालना संभव हो पाया है. उन्होंने बताया कि इस सर्जरी के चलते मरीज के शरीर में टांको निशान भी ना के बराबर है.और पेशेंट को ठीक होने में भी कम समय लगा है.


Conclusion:अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि यह अब तक का सबसे बड़ा स्टोन है.जांच में मालूम पड़ा है कि इससे पहले 21. 5 सेंटीमीटर का स्टोन निकाला गया था. इस पूरे ऑपरेशन में गंगा राम अस्पताल के डॉक्टर सचिन कथूरिया, डॉ अजय शर्मा, डॉक्टर विक्रम बत्रा ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. उनका कहना है कि हम ज्यादा से ज्यादा सर्जरी में रोबोट का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि समय कम लगे और कोई निशान भी ना रहे.साथ ही इससे तकलीफ भी कम होती है.
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