नई दिल्ली/नोएडा: यमुना में आई बाढ़ के बाद से गौतम बुद्ध नगर जनपद के करीब है 11 गांव और 22 सेक्टर प्रभावित हुए हैं. वहीं डूब क्षेत्र में बने फार्म हाउस में फंसे हुए व्यक्तियों और मवेशियों को भी निकालने का काम किया जा रहा है. वहीं 3 दिनों में करीब 1500 लोगों को रेस्क्यू किया गया. वहीं ढाई हजार के करीब मवेशियों को भी रेस्क्यू किया गया.
NDRF के DIG ने खादर क्षेत्र का लिया जायजा: नोएडा के सेक्टर 135 वाजिदपुर गांव के खादर क्षेत्र में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का रेस्क्यू जारी है. एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शहीदी ने खादर क्षेत्र का जायज़ा लिया. मोहसिन शहीदी ने अपनी एनडीआरएफ की टीम उत्साह का बढ़ाया. वहीं आज NDRF की टीम ने एक करोड़ के हाई क्वालिटी के ब्रीडिंग बुल प्रीतम को भी रेस्क्यू किया है, जो अब पूरी तरह से सुरक्षित है. रेस्क्यू आपरेशन अभी भी फार्म हाउस और गौशाला में जारी है. वहीं पुलिस विभाग ड्रोन कैमरे की मदद से डूब क्षेत्र में बने फार्म हाउस की जांच करने में लगा हुआ है.
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बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस का रेसक्यू जारी: आज शनिवार को अपर पुलिस आयुक्त कानून/व्यवस्था आनंद कुलकर्णी और डीजीपी हरीश चन्दर ने भी यमुना नदी से सटे हुए क्षेत्रों में भौतिक रूप से पहुंचकर गौशालाओं व फार्म हाउसों का निरीक्षण करते हुए स्थिति का जायजा लिया. डीजीपी हरीश चन्दर ने कहा कि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पीड़ित व्यक्तियों को हर संभव मदद पहुंचाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. पुलिस ड्रोन की सहायता से सभी जलमग्न इलाकों में कड़ी निगरानी करते हुए पीड़ित व्यक्तियों की तलाश कर रही है. पीड़ित व्यक्तियों और जीवों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है और उनके लिए उचित प्रबंध किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए अब तक सैकड़ों व्यक्तियों, महिलाओं एवं बच्चों को रेस्क्यू करते हुए हजारों मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का कार्य किया गया.
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