नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने गाजियाबाद के एक स्कूल में औचक निरीक्षण किया. इस औचक निरीक्षण का मकसद था ये पता करना कि परीक्षा के दौरान कहीं गड़बड़ी तो नहीं हो रही. मंत्री महोदय के इस इन्स्पेक्शन से स्कूल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए.
शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने विजयनगर के राजकीय इंटर कॉलेज में परीक्षा के इंतजामों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि नकल को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पहले शिक्षा एक धंधा बन चुकी थी, लेकिन अब शिक्षा के इस बिजनेस को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस दौरान उनके साथ तमाम अधिकारी मौजूद रहे. इनमें पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे. शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों से सीधे कई तरह के सवाल किए.
हांलाकि जब कोई कमी परीक्षा व्यवस्था के दौरान नहीं पाई गई तब अधिकारियों ने राहत की सांस ली. सभी औचक निरीक्षण करने के बाद दिनेश शर्मा ने कहा कि परीक्षा केंद्र खुले में नहीं है, सीसीटीवी की निगरानी में है. कंट्रोल रूम काम कर रहा है और पाठ्यक्रम जबसे एनसीईआरटी का हुआ है तब से बच्चों का पर्सेंटेज बढ़ा है, इसकी वजह ये है कि परीक्षा में व्यापक सुधार किया गया है. पहले परीक्षा एक धंधा बन गई थी.
पहले परीक्षा में बहुत समस्याएं थी
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कॉपी बदलना, एक व्यक्ति की जगह दूसरे व्यक्ति से परीक्षा दिलवाना या नकल करवाना आम हो गया था. लेकिन अब वह सब बंद हो गया है. उनका कहना है कि जहां पर कुछ कमी होगी उसको जल्द दूर कर दिया जाएगा. पढ़ाई और परीक्षा के अलावा परिणाम भी समय पर होगा. अगले साल की परीक्षा की डेट भी पहले से ही तय है और परिणाम की डेट भी पहले से ही तय कर दी गई है,14 से 16 दिन में परीक्षा समाप्त कराई जा रही है. शैक्षिक सुधार हुआ है और शैक्षिक क्रांति आई है.
बिहार में जिस तरह से नकल के मामले सामने आते रहे हैं वैसे ही हाल के सालों में उत्तर प्रदेश में भी कई जगह से नकल कराने की तस्वीरें सामने आई थी. लेकिन जब सभी परीक्षा केंद्र सीसीटीवी की निगरानी में आ गए हैं तो उम्मीद जताई जा रही है कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर पूरी तरह से बदल जाएगी. हालांकि खुद मंत्री मानते हैं कि अभी भी काफी सुधार की जरूरत है जिस पर काम किया जा रहा है.