ETV Bharat / state

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को झटका, राहुल गांधी की बल्ले-बल्ले - bjp loss

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए बुरी खबर है. एनसीआर का एक इलाका ऐसा है जहां पर पूरे गांव के किसानों ने एक साथ राहुल गांधी से मुलाकात करके कांग्रेस का दामन थाम लिया है.

किसानों की मांग
author img

By

Published : Mar 4, 2019, 4:31 AM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: लोनी इलाके के मंडोला गांव में करीब 2 साल से किसानों का धरना चल रहा है. यहां पर किसान हर मुमकिन कोशिश कर चुके हैं कि वह शासन तक अपनी बात पहुंचाएं. उन पर लाठीचार्ज भी हो चुका है, वह हंगामा प्रदर्शन भी कर चुके हैं. यही नहीं उन्होंने कई नेताओं की गाड़ियों पर टमाटर तक फेंके थे. इसके अलावा वह अर्धनग्न होकर भी प्रदर्शन कर चुके हैं. कई मुकदमे भी दर्ज हो गए, लेकिन उसके बावजूद मांग सुनी नहीं गई.

किसानों की मांग
किसानों की मांग मंडोला आवासीय योजना में जमीन अधिग्रहण के तहत मिलने वाले उचित मुआवजे की है. किसानों का आरोप है कि उन्हें साल 2013 में किसानों के मुआवजे को लेकर बने नियम के मुताबिक मुआवजा नहीं मिला था. इसी वजह से लगातार उचित मुआवजे की मांग करते आ रहे हैं. सैकड़ों किसान है जो लगातार धरने पर बैठे हैं. इनमें महिलाएं भी हैं.

किसानों का फैसला
अब किसानों ने एक बड़ा फैसला लेते हुए दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर कांग्रेस का दामन थाम लिया. किसानों का कहना है कि इससे पहले वह बीजेपी के वोटर्स थे. लोनी में बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर किसानों के एक बड़े तबके के वोट की वजह से ही जीत हासिल कर पाए थे.

undefined

नई दिल्ली/गाजियाबाद: लोनी इलाके के मंडोला गांव में करीब 2 साल से किसानों का धरना चल रहा है. यहां पर किसान हर मुमकिन कोशिश कर चुके हैं कि वह शासन तक अपनी बात पहुंचाएं. उन पर लाठीचार्ज भी हो चुका है, वह हंगामा प्रदर्शन भी कर चुके हैं. यही नहीं उन्होंने कई नेताओं की गाड़ियों पर टमाटर तक फेंके थे. इसके अलावा वह अर्धनग्न होकर भी प्रदर्शन कर चुके हैं. कई मुकदमे भी दर्ज हो गए, लेकिन उसके बावजूद मांग सुनी नहीं गई.

किसानों की मांग
किसानों की मांग मंडोला आवासीय योजना में जमीन अधिग्रहण के तहत मिलने वाले उचित मुआवजे की है. किसानों का आरोप है कि उन्हें साल 2013 में किसानों के मुआवजे को लेकर बने नियम के मुताबिक मुआवजा नहीं मिला था. इसी वजह से लगातार उचित मुआवजे की मांग करते आ रहे हैं. सैकड़ों किसान है जो लगातार धरने पर बैठे हैं. इनमें महिलाएं भी हैं.

किसानों का फैसला
अब किसानों ने एक बड़ा फैसला लेते हुए दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर कांग्रेस का दामन थाम लिया. किसानों का कहना है कि इससे पहले वह बीजेपी के वोटर्स थे. लोनी में बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर किसानों के एक बड़े तबके के वोट की वजह से ही जीत हासिल कर पाए थे.

undefined
Intro:गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए बुरी खबर है। एनसीआर का एक इलाका ऐसा है जहां पर पूरे गांव के किसानों ने एक साथ राहुल गांधी से मुलाकात करके कांग्रेस का दामन थाम लिया है।यह सभी किसान पहले बीजेपी के वोटर थे। किसानों ने ऐसा कदम क्यों उठाया। और क्यों किसानों में गुस्सा है जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर।


Body:गाजियाबाद के लोनी इलाके के मंडोला गांव में करीब 2 साल से किसानों का धरना चल रहा है। यहां पर किसान हर मुमकिन कोशिश कर चुके हैं कि वह शासन तक अपनी बात पहुंचाएं। उन पर लाठीचार्ज भी हो चुका है। और वह हंगामा प्रदर्शन भी कर चुके हैं। यही नहीं उन्होंने कई नेताओं की गाड़ियों पर टमाटर तक फेंके थे। इसके अलावा वह अर्धनग्न होकर भी प्रदर्शन कर चुके हैं।उन पर कई मुकदमे भी दर्ज हो गए। लेकिन उसके बावजूद मांग नहीं सुनी गई।

आप को किसानों की मांग बता देते हैं।
दरअसल किसानों की मांग मंडोला आवासीय योजना में जमीन अधिग्रहण के तहत मिलने वाले उचित मुआवजे की है। किसानों का आरोप है कि उन्हें साल 2013 में किसानों के मुआवजे को लेकर बने नियम के मुताबिक मुआवजा नहीं मिला था।और इसी वजह से किसान लगातार उचित मुआवजे की मांग करते आ रहे हैं। सैकड़ों किसान है जो लगातार धरने पर बैठे हैं। इनमें महिलाएं भी हैं।अब किसानों ने एक बड़ा फैसला लिया है।हाल ही में उन्होंने दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। यह किसान कह रहे हैं कि इससे पहले यह बीजेपी के वोटर्स थे। जाहिर है लोकसभा चुनाव से पहले किसानों की तरफ से बीजेपी के लिए बड़ा झटका हो सकता है। लोनी में बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर किसानों के एक बड़े तबके के वोट की वजह से ही जीत हासिल कर पाए थे।और ऐसे में अगर किसान ही बीजेपी के खिलाफ होंगे तो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को शिकस्त खानी पड़ सकती है। हालांकि बीजेपी के कुछ लोग इसे अफवाह बता रहे हैं। और कुछ लोग यह कह रहे हैं कि किसानों को भड़का कर ऐसा कराया जा रहा है। बहरहाल सच्चाई क्या है वह हम नहीं जानते। लेकिन किसानों ने दावा किया है कि वह अब कांग्रेस के साथ हैं।


Conclusion:लोकसभा चुनाव से पहले इस तरह की खबरें अब आती रहेंगी की एक पार्टी का दामन छोड़कर दूसरी पार्टी का साथ थाम लिया गया।लेकिन यह खबरें पार्टी के अंदरूनी कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच से आती थी।मगर इस बार ऐसी खबर किसानों के बीच से आई है जो बीजेपी के लिए जाहिर तौर पर चिंता का विषय तो बन ही रही है।

बाइट किसान
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.