ETV Bharat / state

Silent March in Delhi: दिल्ली में महिलाओं ने निकाला साइलेंट मार्च, पैदल फुटपाथ खाली कराने की मांग

8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा. इसी कड़ी में रविवार को दिल्ली में महिलाओं ने पैदल फुटपाथ खाली कराने की मांग को लेकर साइलेंट मार्च निकाला है.

silent march in Delhi
silent march in Delhi
author img

By

Published : Mar 5, 2023, 2:29 PM IST

दिल्ली में महिलाओं ने निकाला साइलेंट मार्च.

नई दिल्ली: वैसे तो 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा, लेकिन इसकी शुरुआत देश के अलग-अलग राज्यों में पहले से ही हो चुकी है. इसी कड़ी में राजधानी दिल्ली के साकेत स्थित रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की तरफ से एक साइलेंट मार्च का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएं शामिल हुईं. उनके हाथ में पोस्टर बैनर थे, जिसमें लिखा था कि जो महिलाओं और लोगों के लिए फुटपाथ पैदल चलने के लिए बनाए गए हैं उन्हें खाली कराया जाए.

दरअसल दिल्ली के साकेत स्थित पीवीआर अनुपम सिनेमा के बाहर जो फुटपाथ आम लोगों के चलने के लिए बनाए गए हैं, लेकिन उसपर अवैध दुकानों का कब्जा है या दुकानें बनी हुई हैं. पूरी तरह से फुटपाथ पर अतिक्रमण है. इसी को लेकर रविवार को स्थानीय महिलाओं ने करीब 1 किलोमीटर का साइलेंट मार्च निकाला.

पोस्टर-बैनर के जरिए महिलाओं ने संदेश दिया कि आजादी के साल अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है और महिलाओं की आजादी की बात कही जाती है, लेकिन महिलाओं को आज भी आजादी नहीं है. जिस पर फुटपाथ पर बुजुर्ग महिलाएं चलती हैं उस फुटपाथ पर अवैध रूप से दुकानदारों का अतिक्रमण है. इतना ही नहीं इन महिलाओं का यह भी कहना है कि उन्हें दुकानदारों से कोई शिकायत नहीं है. दिल्ली सरकार हो या एमसीडी उन्हें दुकानदारों के लिए एक निर्धारित बाजार दिया जाए या जगह दी जाए जहां पर वह अपनी रोजी-रोटी चला सकें, लेकिन जो फुटपाथ पर चलने की जगह है उस पर दुकानों को हटाया जाए.

वहीं साकेत के आरडब्ल्यूए प्रेसिडेंट राकेश डबास ने बताया कि वैसे तो 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है, लेकिन स्थानीय महिलाएं इस महिला दिवस के उपलक्ष्य में जो उनका हक है. अपनी मांगों को लेकर हम साइलेंट मार्च का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें काफी संख्या में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. हमारी यही मांग है दिल्ली सरकार हो या नगर निगम हो जो महिलाओं और आम जनता के लिए चलने के लिए फुटपाथ बनाए गए हैं, उनको खाली कराया जाए. हमारी स्थानीय दुकानदारों से कोई नाराजगी नहीं है जो सरकार के द्वारा यहां पर दुकानें लगाई गई है. कुछ दुकानों को तो एमसीडी में लाइसेंस दे रखा है, लेकिन साढ़े 400 से अधिक साकेत के अलग-अलग एरिया में दुकान है, जबकि लाइसेंस 80 से 90 दुकानों को है. इस तरीके से यहां पर फुटपाथ पर दुकान में बना रखी है पूरी तरह से जो पैदल चलने का फुटपाथ है उस पर अतिक्रमण है. हमारी यही मांग है कि इस फुटपाथ पर अतिक्रमण हटाया जाए हमारी दिल्ली की डीपीसी महोदय सभी से यही मांग है कि महिला दिवस से पहले ही हम मांग करते हैं कि यह जो फुटपाथ पर अतिक्रमण है इसे हटा दिया जाए.

ये भी पढ़ें: Ashram DND Extension Flyover: इस दिन से खुलेगा आश्रम डीएनडी एक्सटेंशन फ्लाईओवर, लोगों को मिलेगी जाम से निजात

दिल्ली में महिलाओं ने निकाला साइलेंट मार्च.

नई दिल्ली: वैसे तो 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा, लेकिन इसकी शुरुआत देश के अलग-अलग राज्यों में पहले से ही हो चुकी है. इसी कड़ी में राजधानी दिल्ली के साकेत स्थित रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की तरफ से एक साइलेंट मार्च का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएं शामिल हुईं. उनके हाथ में पोस्टर बैनर थे, जिसमें लिखा था कि जो महिलाओं और लोगों के लिए फुटपाथ पैदल चलने के लिए बनाए गए हैं उन्हें खाली कराया जाए.

दरअसल दिल्ली के साकेत स्थित पीवीआर अनुपम सिनेमा के बाहर जो फुटपाथ आम लोगों के चलने के लिए बनाए गए हैं, लेकिन उसपर अवैध दुकानों का कब्जा है या दुकानें बनी हुई हैं. पूरी तरह से फुटपाथ पर अतिक्रमण है. इसी को लेकर रविवार को स्थानीय महिलाओं ने करीब 1 किलोमीटर का साइलेंट मार्च निकाला.

पोस्टर-बैनर के जरिए महिलाओं ने संदेश दिया कि आजादी के साल अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है और महिलाओं की आजादी की बात कही जाती है, लेकिन महिलाओं को आज भी आजादी नहीं है. जिस पर फुटपाथ पर बुजुर्ग महिलाएं चलती हैं उस फुटपाथ पर अवैध रूप से दुकानदारों का अतिक्रमण है. इतना ही नहीं इन महिलाओं का यह भी कहना है कि उन्हें दुकानदारों से कोई शिकायत नहीं है. दिल्ली सरकार हो या एमसीडी उन्हें दुकानदारों के लिए एक निर्धारित बाजार दिया जाए या जगह दी जाए जहां पर वह अपनी रोजी-रोटी चला सकें, लेकिन जो फुटपाथ पर चलने की जगह है उस पर दुकानों को हटाया जाए.

वहीं साकेत के आरडब्ल्यूए प्रेसिडेंट राकेश डबास ने बताया कि वैसे तो 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है, लेकिन स्थानीय महिलाएं इस महिला दिवस के उपलक्ष्य में जो उनका हक है. अपनी मांगों को लेकर हम साइलेंट मार्च का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें काफी संख्या में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. हमारी यही मांग है दिल्ली सरकार हो या नगर निगम हो जो महिलाओं और आम जनता के लिए चलने के लिए फुटपाथ बनाए गए हैं, उनको खाली कराया जाए. हमारी स्थानीय दुकानदारों से कोई नाराजगी नहीं है जो सरकार के द्वारा यहां पर दुकानें लगाई गई है. कुछ दुकानों को तो एमसीडी में लाइसेंस दे रखा है, लेकिन साढ़े 400 से अधिक साकेत के अलग-अलग एरिया में दुकान है, जबकि लाइसेंस 80 से 90 दुकानों को है. इस तरीके से यहां पर फुटपाथ पर दुकान में बना रखी है पूरी तरह से जो पैदल चलने का फुटपाथ है उस पर अतिक्रमण है. हमारी यही मांग है कि इस फुटपाथ पर अतिक्रमण हटाया जाए हमारी दिल्ली की डीपीसी महोदय सभी से यही मांग है कि महिला दिवस से पहले ही हम मांग करते हैं कि यह जो फुटपाथ पर अतिक्रमण है इसे हटा दिया जाए.

ये भी पढ़ें: Ashram DND Extension Flyover: इस दिन से खुलेगा आश्रम डीएनडी एक्सटेंशन फ्लाईओवर, लोगों को मिलेगी जाम से निजात

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.