नई दिल्ली/नोएडाः उत्तर प्रदेश सरकार ने बुलंदशहर जिले के खुर्जा और सिकंदराबाद तहसील के 55 गांवों को यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (येडा) में शामिल कर दिया है. सरकार के अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. इस तरह से येडा में कुल नोटिफाइड गांवों की संख्या बढ़कर 1,242 हो चुकी है. प्राधिकरण क्षेत्र को दिल्ली-हावड़ा रेलवे मार्ग, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) और नए नोएडा तक बढ़ा दिया गया है.
यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि चोला को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने के लिए एक नई लाइन बनाने का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा जाएगा. यह 16 किलोमीटर की दूरी को कवर करेगी. उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे पर एक कार्गो टर्मिनल भी विकसित किया जा रहा है, जिससे माल की आवाजाही में आसानी होगी. उन्होंने बताया कि मास्टर प्लान 2041 में नए अधिसूचित क्षेत्र को शामिल कर विकास की रूपरेखा तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि छह जिले- गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा को यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में शामिल किया गया है.
उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) का हिस्सा है, जबकि अन्य को प्राधिकरण के दूसरे और तीसरे चरण के तहत शामिल किया गया है. सिंह ने कहा कि इसके विस्तार के बाद अब अथॉरिटी एरिया को रेलवे से जोड़ दिया गया है. चोला सिकंदरपुर रेलवे स्टेशन और गंगरौल हाल्ट से जुड़ा है. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़कर वैर रेलवे स्टेशन के पास यमुना प्राधिकरण क्षेत्र की सीमा को नए नोएडा से जोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्राधिकरण अधिसूचित क्षेत्र में औद्योगिक, आवासीय, संस्थागत और वाणिज्यिक क्षेत्रों का विकास करेगा. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को इसके रसद और भंडारण के अवसरों के कारण प्राथमिकता दी जाएगी क्योंकि यह एक रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे के बीच स्थित है.
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