नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में शुक्रवार को दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में ठगी के मामले सामने आए. साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त विंग कमांडर से तीन लाख की ठगी कर ली. दूसरी ठगी मामले में एक कम्पनी के कर्मचारी द्वारा कम्पनी मे धोखाधड़ी करने की बात सामने आई है. पुलिस दोनों ही मामलों में मुकदमा दर्ज कर इलेक्ट्रॉनिक सविलांस और मैनुअल तरीके से मामले की जांच करने में जुटी है.
विंग कमांडर से तीन लाख की ठगी: नोएडा सेक्टर-20 कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले सेवानिवृत विंग कमांडर से साइबर ठगों ने तीन लाख रुपए की ठगी कर ली. पीड़ित को उनके भतीजे के नाम से फोन आया. उसने कहा कि वह मौजूदा समय में कनाडा में मौजूद है और उसका एक दोस्त बीमार है. उसका उपचार एक अस्पताल में चल रहा है. आरोपी ने पीड़ित को झांसे में लेकर तीन लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए. पुलिस फिलहाल सारे मामले की जांच कर रही है.
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लाखों की ठगी करने का आरोप: नोएडा सेक्टर 62 स्थित वेव और मोबाइल एप डिजाइन करने वाली कंपनी के एक अधिकारी ने कंपनी के एक कर्मचारी पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए थाना सेक्टर-58 में केस दर्ज कराया है. आरोप है कि आरोपी ने कंपनी के ग्राहकों को धमकी देकर उनसे लाखों रुपए वसूल लिया और अब वह कंपनी का पैसा अपने निजी कार्य में प्रयोग कर रहा है. मैसेज आरएफ टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी इमरान अली ने पुलिस को दी शिकायत की.
उसने कहा कि उनके यहां काम करने वाला अखिलेश अग्रवाल कंपनी के साथ काम करने वाले वेंडर और अन्य व्यवसाय में जुड़े लोगों से अवैध रूप से धन उगाही कर रहा है. कंपनी के पैसे का दुरुपयोग करते हुए वह अपने निजी हित में इसका प्रयोग कर रहा है. पीड़ित का आरोप है कि अखिलेश ने अबतक करीब 56 लाख रुपए की ठगी की है. जब कंपनी को इस बारे में पता चला तो अखिलेश बहाना बनाकर छुट्टी लेकर चला गया. आरोप है कि उसने दस्तावेजों में हेराफेरी कर कंपनी के साथ धोखाधड़ी की है. सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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