नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाः दादरी के बालाजी एनक्लेव में मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के डर से पीड़ित ने अपना मकान छोड़ दिया है और अपनी जान बचाने के लिए दादरी में दूसरी जगह रहने लगा. पुलिस ने पीड़ित को सुरक्षा का आश्वासन दिया है.
दरअसल, पीड़ित शुभम गोयल दादरी कस्बे के बालाजी एनक्लेव में परिवार सहित रहते हैं और दादरी में जूते-चप्पलों की दुकान करते हैं. बीते शुक्रवार को शुभम गोयल अपनी बेटियों के साथ स्कूटी पर समान लेकर घर आ रहे थे, तभी आरोपी आदित्य और रोहित ने उनकी स्कूटी पर कुत्ता फेंक दिया, जिससे वह बाल-बाल बचे. साथ ही आरोपियों ने गाली गलौज कर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी. आरोपियों ने पीड़ित की 5 वर्षीय बेटी के साथ भी मारपीट की. पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की और आरोपियों के डर से बालाजी एनक्लेव के मकान पर ताला लगा दिया और अपनी जान बचाने के लिए न्यादरगंज में अपने परिवार के पास रहने चले गए.
रविवार को ग्रेटर नोएडा एडिशनल डीसीपी दिनेश कुमार सिंह पीड़ित शुभम गोयल से मिले. उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार से मिलकर उनको पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन दिया है. इसके साथ ही बालाजी एनक्लेव में पीड़ित के घर पहुंच कर भी मौके का मुआयना किया और देखा कि वहां पर घर के अंदर सभी सामान सुरक्षित हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बालाजी एनक्लेव में लगभग साढ़े तीन सौ परिवार रहते हैं. यहां पर सभी की सुरक्षा के लिए एक पुलिस बूथ बनाया जाएगा.
पीड़ित के साथ 15 दिन में हुई कई बार घटनाएंः पीड़ित शुभम गोयल ने बताया कि वह परिवार के साथ बालाजी एनक्लेव में रहते हैं. शुक्रवार को वह अपनी मासूम बेटियों के साथ स्कूटी से बाजार के लिए जा रहे थे, तभी आरोपियों ने उनकी स्कूटी की तरफ कुत्ता फेंक दिया, जिससे वह गिरने से बाल-बाल बचे. उसके बाद आरोपियों ने उनके साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी. साथ ही आरोपियों ने मासूम बेटी के साथ भी मारपीट की. आरोपियों के डर से पीड़ित ने बालाजी एनक्लेव में अपने मकान पर ताला लगाकर परिवार को सुरक्षित करने के लिए दादरी में दूसरी जगह रहने चले गए.
बालाजी एनक्लेव में रहने वाले लोगों ने बताया कि यहां पर असामाजिक तत्वों द्वारा पहले भी कई लोगों के साथ मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं. दरअसल, बालाजी एन्क्लेव में एक रास्ता पीछे की तरफ है, जो गांव की तरफ जाता है. उसी से कुछ असामाजिक तत्व कॉलोनी में आते-जाते हैं और लोगों के साथ मारपीट और गाली-गलौज करते हैं. इससे पहले भी कॉलोनी में कई वारदातें हुई, जिनमें लोगों के साथ मारपीट की गई और उनकी गाड़ियों को तोड़ा गया था.
सुरक्षा के अभाव में पलायन कर रहे लोगः यहां रहने वाले लोगों ने बताया कि बालाजी एनक्लेव में ऊंचे दामों पर लोगों ने प्लॉट लेकर मकान बनाए, लेकिन उसके बाद भी अब यहां पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण लोग यहां से अपने मकानों को बेचकर दूसरी जगह पलायन करने को मजबूर हैं क्योंकि यहां पर आए दिन अपराधिक घटनाएं होती रहती हैं, जिनसे लोगों में डर का माहौल है.
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कॉलोनी में नहीं है सुरक्षा के पुख्ता इंतजामः बालाजी एनक्लेव कॉलोनी बिल्डर बलराज द्वारा बसाई गई थी. तब से लेकर अब तक यहां पर उनके द्वारा ही सुरक्षा की व्यवस्थाएं देखी जाती हैं. बालाजी एनक्लेव में लगभग साढ़े तीन सौ परिवार रहते हैं, जिनसे हर महीने ₹300 से लेकर ₹500 तक सुरक्षा के नाम पर लिए जाते हैं. इसके साथ ही रेहड़ी पटरी वालों से भी वसूली की जाती है. लाखों रुपए हर महीने इकट्ठे होने के बाद भी कॉलोनी में सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं. यहां पर रहने वाले लोग सुरक्षा की मांग करते हैं. जब वे उगाई का विरोध करते हैं तो उन्हें धमकाया जाता है.
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