नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर (Delhi Meerut Regional Rapid Transit System) के 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन पर ट्रैक बिछाने का कार्य पूरा कर (Track laying in priority section completed) लिया गया है. इस सेक्शन में आरआरटीएस को परिचालित करने के लिए लगभग 34 किलोमीटर का ट्रैक बिछाया गया है. प्रायोरिटी सेक्शन में ओएचई और सिग्नलिंग का कार्य भी तेज़ी से प्रगति कर रहा है. अब तक वायाडक्ट पर 75 प्रतिशत से ज्यादा ओवर हेड इक्विपमेंट (ओएचई) के इंस्टॉलेशन का काम पूरा कर लिया गया है.
दरअसल, अक्टूबर में प्रायोरिटी सेक्शन में ओएचई के इंस्टॉलेशन का कार्य शुरु किया गया था. फिलहाल, तीन चौथाई से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. इसके अंतर्गत आरआरटीएस ट्रैक के ऊपर लगाए जा रहे ओएचई का, 25 हजार वोल्ट की क्षमता के साथ विद्युतीकरण (चार्ज) किया जाएगा. प्रायोरिटी सेक्शन के संचालन के लिए बिजली आपूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीटीसीएल) से करार किया गया है.
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एनसीआरटीसी अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रायोरिटी सेक्शन में ट्रायल रन की तैयारियां युद्धस्तर पर की जा रही हैं. ट्रायल रन अगले महीने शुरू हो सकता है. प्रायोरिटी सेक्शन में में 5 स्टेशन हैं- साहिबाबाद, गाज़ियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो. प्रायोरिटी सेक्शन के स्टेशनों पर एस्कलेटर्स और लिफ्ट्स के इंस्टालेशन का कार्य किया जा रहा है. साथ ही, इन सभी स्टेशनों की फिनिशिंग करके इन्हें अंतिम भी रूप दिया जा रहा है. इसके अतिरिक्त यात्री सुविधाओं और काउंटर्स का निर्माण भी अंतिम चरण में है. और तो और, आरआरटीएस की 4 ट्रेनें दुहाई डिपो पहुंच चुकी है, विभिन्न डायनेमिक और स्टेटिक टेस्टिंग की जा रही है. एनसीआरटीसी ने प्रायोरिटी सेक्शन में अगले वर्ष मार्च 2023 में तथा पूरे कॉरिडोर पर वर्ष 2025 में आरआरटीएस ट्रेनें संचालित करने का लक्ष्य रखा है.
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