नई दिल्लीः 17 साल का एक नाबालिग लड़का इंस्टाग्राम पर एक लड़की से चैटिंग करता था. लड़के को लड़की से प्यार हो गया लेकिन नाबालिग को जब यह पता चला कि वह जिसे लड़की समझ कर बात कर रहा है, वह दरअसल लड़की नहीं बल्कि एक लड़का है. इस बात से नाराज नाबालिग अपने दो साथियों के साथ लड़के के घर पहुंचा और उसे धमकी दी और फायरिंग कर फरार हो गया. उत्तर पूर्वी दिल्ली की एटीएस की टीम ने आरोपी नाबालिग और उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया है.
डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि गुरुवार रात लगभग 11.30 बजे गौतम पुरी के गली नंबर 18 में गोलीबारी की घटना की सूचना मिली. सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, जहां शिकायतकर्ता 19 वर्षीय शानू ने बताया कि दो लड़के उसके घर के बाहर आए और उसे गंभीर परिणाम की धमकी देने के बाद हवा में गोली चला दी. मौके का निरीक्षण करने पर घटनास्थल से एक गोली बरामद की गई.
मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गईः घटना की गंभीरता का आकलन करते हुए अपराधियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए एएटीएस लगाया गया. पुलिस टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और उनका विश्लेषण किया. तकनीकी संसाधनों की भी मदद ली गई. सीसीटीवी फुटेज और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर पुलिस टीम ने अपराधियों की पहचान करने में सफलता हासिल की और एक नाबालिग को उसके साथी शाबिर और मोसाइफ के साथ पकड़ लिया.
लगातार पूछताछ करने पर सभी ने अपना अपराध कबूल कर लिया और आगे खुलासा किया कि नाबालिग इंस्टाग्राम पर एक लड़की के साथ चैट करता था. उसे उस लड़की से प्यार हो गया. लेकिन बाद में उसे पता चला कि जिस लड़की के साथ वह चैट कर रहा था, वह वास्तव में एक लड़का है, जो प्रोफाइल में लड़कियों की तस्वीर अपलोड करके इंस्टाग्राम पर खुद को लड़की बता रहा था. जब नाबालिग को पता चला कि शानू ने उसका मजाक उड़ाया है, तो वह नाराज हो गया और उसे सबक सिखाने का फैसला किया.
इसके लिए, उसने एक देसी पिस्तौल की व्यवस्था की और अपने दोस्त साबिर के साथ शानू के घर के बाहर पहुंचा, जहां उन्होंने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और हवा में गोली चलाई. उसके बाद वे भाग गए और अपने दोस्त मोसाइफ उर्फ मुसाफिर की मदद से अपराध में इस्तेमाल हथियार छिपा दिया. बाद में उनकी निशानदेही पर अपराध में इस्तेमाल देसी पिस्तौल (सीएमपी) और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए. इस मामले में आगे की जांच जारी है.