नई दिल्ली: देश के अलग-अलग राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 के मामले सामने आने के साथ ही कुल मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है. इसको देखते हुए राजधानी दिल्ली के भी अस्पतालों में तैयारियां शुरू हो गई हैं. इसी क्रम में दिल्ली एम्स ने भी कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अलग से एक वार्ड आरक्षित करने का निर्णय लिया है. इससे संबंधित आदेश भी एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संजीव लालवानी ने जारी कर दिया है.
आरक्षित वार्ड में 45 से 50 बेड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध रहेंगे. इसके अतिरिक्त अन्य सभी विभागों को भी अलर्ट जारी करते हुए अपने-अपने वार्ड में दो-दो बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित करने का भी निर्देश दिया गया है. इसमें नॉन कोविड मरीजों के अलावा कोरोना के संदिग्ध मरीजों का भी इलाज किया जा सकेगा. जानकारी के अनुसार, इन दिनों एम्स में कोरोना संबंधित कई मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जिसको देखते हुए एम्स प्रसाशन अलर्ट मोड पर आ चुका है.
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वहीं, पलमोनरी मेडिसिन, जेरियाट्रिक मेडिसिन के वार्ड में भी इमरजेंसी मरीजों के लिए बेड आरक्षित रहेंगे. साथ ही मात्र और शिशु ब्लॉक में गायनी पीडियाट्रिक इमरजेंसी के लिए और सर्जरी ब्लॉक में सर्जिकल इमरजेंसी के लिए भी बेड आरक्षित रखने के भी निर्देश दिए गए हैं. दिल्ली एम्स में बड़ी संख्या में देश भर से मरीज इलाज कराने आते हैं, जिसकी वजह से हर विभाग की ओपीडी या इमरजेंसी में लोगों की भारी भीड़ होती है. इसके चलते भी अस्पताल को हर समय अलर्ट मोड पर ही रहना पड़ता है.
वहीं, अगर दिल्ली में कोरोना मरीजों की बात करें तो फिलहाल अलग-अलग अस्पतालों में कोरोना के 5 मरीज भर्ती हैं. इनमें से एक मरीज सफदरजंग अस्पताल, एक सर गंगाराम अस्पताल, एक मरीज सेंट स्टीफेन अस्पताल और दो मरीज होली फैमिली अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें से कुछ मरीजों को ऑक्सीजन भी दी जा रही है. इन सभी मरीजों को बुखार आने और सांस लेने में तकलीफ होने पर ही अस्पतालों में भर्ती किया गया था.
इनमें से कुछ मरीज पहले से किसी न किसी बीमारी से भी जूझ रहे हैं. सफदरजंग अस्पताल में भर्ती मरीज एक 20 वर्षीय युवती है, जबकि होली फैमिली अस्पताल में भर्ती मरीज एक 47 वर्षीय महिला है.बाकी अन्य तीन मरीजों के बारे में जानकारी उप्लब्ध नहीं है.
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