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दिलशाद गार्डन: जन्माष्टमी के दिन RWA ने किया पौधारोपण - दिल्ली जनमाष्टमी न्यूज

दिल्ली के दिलशाद गार्डन एफ पॉकेट में जन्माष्टमी को पौधारोपण के रूप में मनाया गया. इस दौरान इलाके के आरडब्ल्यूए का कहना है कि भगवान श्री कृष्ण गाय बछड़ों के साथ ही पेड़-पौधों से भी लगाव रखते थे, इसलिए इस तरह से जन्माष्टमी मनाने का फैसला लिया गया.

saplings planted in dilashd garden f block on the occasion of janmashtami
दिलशाद गार्डन में जनमाष्टमी पर किया गया पौधारोपण
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Published : Aug 12, 2020, 7:56 AM IST

नई दिल्ली: पौधारोपण तो आपने बहुत देखे होंगे, लेकिन दिल्ली के दिलशाद गार्डन एफ पॉकेट जैसा कम ही देखा होगा. मंगलवार को यहा जन्माष्टमी के खास पर्व पर स्थानीय निगम पार्षद ने करीब एक दर्जन फलदार पौधे लगाए.

दिलशाद गार्डन में जनमाष्टमी पर किया गया पौधारोपण

आम, आंवला और कटहल के लगाए पौधे

दिल्ली में जन्माष्टमी को लोग कई तरह से सेलिब्रेट करते हैं, लेकिन दिलशाद गार्डन एफ पॉकेट के लोगों ने इसे पौधारोपण के रूप में मनाया. यहां स्थानीय निगम पार्षद संजय गोयल ने आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर दर्जन भर फलदार पौधे लगाए.

इसमें आंवला, आम, अमरुद और कटहल के पौधे शामिल हैं. आरडब्ल्यूए का कहना है कि भगवान श्री कृष्ण गाय बछड़ों के साथ ही पेड़-पौधों से भी लगाव रखते थे, इसलिए आरडब्ल्यूए ने इस तरह से जन्माष्टमी मनाने का फैसला किया.

जन्माष्टमी पर मिलेगा फलों का प्रसाद

इस अवसर पर आरडब्ल्यूए के प्रधान कपिल का कहना है कि फलदार पौधे लगाने के पीछे का मकसद ये है कि इससे हरियाली तो मिलेगी ही साथ ही कुछ ही सालों भर फलों का प्रसाद मिलता रहेगा. इन पौधों से जब भी फल तोड़े जाएंगे, तब-तब जन्माष्टमी और भगवान श्री कृष्ण की याद आएगी.

नई दिल्ली: पौधारोपण तो आपने बहुत देखे होंगे, लेकिन दिल्ली के दिलशाद गार्डन एफ पॉकेट जैसा कम ही देखा होगा. मंगलवार को यहा जन्माष्टमी के खास पर्व पर स्थानीय निगम पार्षद ने करीब एक दर्जन फलदार पौधे लगाए.

दिलशाद गार्डन में जनमाष्टमी पर किया गया पौधारोपण

आम, आंवला और कटहल के लगाए पौधे

दिल्ली में जन्माष्टमी को लोग कई तरह से सेलिब्रेट करते हैं, लेकिन दिलशाद गार्डन एफ पॉकेट के लोगों ने इसे पौधारोपण के रूप में मनाया. यहां स्थानीय निगम पार्षद संजय गोयल ने आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर दर्जन भर फलदार पौधे लगाए.

इसमें आंवला, आम, अमरुद और कटहल के पौधे शामिल हैं. आरडब्ल्यूए का कहना है कि भगवान श्री कृष्ण गाय बछड़ों के साथ ही पेड़-पौधों से भी लगाव रखते थे, इसलिए आरडब्ल्यूए ने इस तरह से जन्माष्टमी मनाने का फैसला किया.

जन्माष्टमी पर मिलेगा फलों का प्रसाद

इस अवसर पर आरडब्ल्यूए के प्रधान कपिल का कहना है कि फलदार पौधे लगाने के पीछे का मकसद ये है कि इससे हरियाली तो मिलेगी ही साथ ही कुछ ही सालों भर फलों का प्रसाद मिलता रहेगा. इन पौधों से जब भी फल तोड़े जाएंगे, तब-तब जन्माष्टमी और भगवान श्री कृष्ण की याद आएगी.

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