नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस को एक सूचना मिली, जिसमें कहा गया कि सोसाइटी परिसर में मंदिर में तोड़फोड़ कर दी है. एक तरफ गाजियाबाद में नगर निकाय चुनाव चल रहा है तो दूसरी तरफ इस तरह की सूचना पुलिस के लिए हड़कंप मचा देने वाली थी. मौके पर आनन-फानन में पुलिस पहुंची तो पुलिस को कुछ और ही पता चला. हालांकि, जो पता चला वह पुलिस के लिए राहत भरा था. दरअसल मंदिर में तोड़फोड़ नहीं हुई थी.
गाजियाबाद के नंद ग्राम थाना क्षेत्र के पॉश राजनगर एक्सटेंशन की सेवी विला डे सोसाइटी का यह पूरा मामला है. जहां से संबंधित एक गलत जानकारी पुलिस को दे दी गई, जिसमें बताया गया कि एक मंदिर में यहां तोड़फोड़ कर दी गई है. मौके पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि तोड़फोड़ नहीं हुई थी, बल्कि मंदिर के नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है. मंदिर को और सुंदर और भव्य बनाया जा रहा है. पुलिस ने यहां आस-पास के लोगों से भी जानकारी जुटाई तो पता चला कि पुलिस की जानकारी गलत है.
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क्यों दी गई गलत जानकारी? : पुलिस के सामने अब बड़ा सवाल यही है कि गलत जानकारी किसने दी और क्यों दी. पुलिस उस व्यक्ति को भी चिन्हित करेगी. सोशल मीडिया पर पुलिस लगातार निगाह रख रही है. एक तरफ गाजियाबाद में नगर निकाय चुनाव चल रहे हैं. इसको लेकर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था है और अगर इस बीच कोई अफवाह फैलाने की कोशिश करता है तो उस पर सख्त कार्रवाई पुलिस अधिकारी सुनिश्चित कर रहे हैं. देखना यह होगा कि गलत जानकारी देने वाले व्यक्ति को कब तक पुलिस चिन्हित करके उस पर कार्रवाई करती है.
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