नई दिल्ली: प्रचंड बहुमत से दिल्ली की सत्ता में आई आम आदमी पार्टी कल यानी 26 फरवरी को अपना पांचवा बजट विधानसभा में पेश करेगी. इस बजट से दिल्ली वालों को तो ढेरों उम्मीद हैं ही, सत्ता पक्ष के विधायकों को भी ढेरों अपेक्षाएं हैं. अभी तक सरकार के एजेंडे में शिक्षा और स्वास्थ्य सबसे ऊपर रहा है, तो उम्मीद की जा रही है नए वित्त वर्ष में भी यह इन दोनों का स्थान शीर्ष पर ही रहेगा.
ईटीवी भारत ने जब इस संबंध में दिल्ली के विधायकों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल शासित दिल्ली सरकार ने जो चुनावी घोषणापत्र किया था, वह सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं था.
उस घोषणापत्र के अनुरूप ही पिछले 4 सालों में जिस तरह बजट में हर वादों को पूरा करने का ख्याल रखा गया. अब जो अधूरे रह गए हैं, उसे इस वित्त वर्ष में पूरा किया जाएगा.
वादा पूरा किया है- सोमनाथ भारती
मालवीय नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य सरकार के एजेंडे में पहले रहा है. इस बार भी यह किसी वजह से कम न हो. बिजली बिल हाफ, पानी बिल माफ का जो वादा सरकार अभी तक पूरा कर रही है उसे नए वित्त वर्ष में भी जारी रखा जाए ऐसी अपेक्षा है.
जनता के लिए और बेहतर करेंगे- अनिल बाजपाई
चुनावी साल में क्या लोकलुभावन वादे सरकार कर सकती हैं? इस बारे में जब विधायक अनिल बाजपाई से बात की तो उन्होंने कहा अब तक सरकार ने जिस तरह बेहतर काम किया है इस आखिरी साल में इससे और बेहतर दिल्ली की जनता के लिए करें, यह उनकी अपेक्षा है.
शिक्षा क्षेत्र में जारी रखे काम- सौरभ
ग्रेटर कैलाश से 'आप' विधायक सौरभ भारद्वाज के कहा कि दिल्ली सरकार पिछले कुछ वर्षों से जिस तरह काम कर रही है उससे आम लोग भावनात्मक रूप से जुड़ गए हैं. तो शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में जो बेहतर सरकार कर रही है यह सरकार नए वित्त वर्ष में भी करें, इसकी हम उम्मीद करते हैं.
साथ ही जो दिल्ली में ढांचागत विकास, बुनियादी सुविधाएं बहाल और उन्नत करने की जरूरत है वह है पूरा हो इसकी उन्हें अपेक्षा है.
कल यानी 26 फरवरी को उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया अपना पांचवा बजट विधानसभा में पेश करेंगे स्थिति साफ हो जाएगी कि वह आम जनता और अपने नेताओं की अपेक्षा पर कितने खरे उतरे.