नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली में गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली हुई. कांग्रेस ने यहां से अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सिख चेहरे अरविंदर सिंह लवली को मैदान में उतारा है. राहुल गांधी के आने से पहले ईटीवी भारत ने यहां के लोगों और खासकर सिख समुदाय से जुड़े लोगों से बातचीत कर उनकी राय जाननी चाही.
पूर्वी दिल्ली का इलाका अब भी पिछड़ा माना जाता है. यहां स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सुरक्षा और परिवहन अब भी एक बड़ी समस्या है. यहां के लोग बातचीत में अब भी इन्हीं समस्याओं की ओर इशारा करते हैं.
पूर्वी दिल्ली के गीता कॉलोनी इलाके में रामलीला ग्राउंड में गुरुवार को राहुल गांधी की जनसभा हो रही है. राहुल गांधी के आने से पहले हमने यहां के लोगों से बातचीत की और कांग्रेस की स्थिति को जानने समझने की कोशिश की. खासकर हमने सिख समुदाय के लोगों की राय जाननी चाही, क्योंकि टिकट वितरण से ठीक पहले जब सज्जन कुमार के भाई को टिकट मिलने की बात आई थी तब सिख समुदाय के लोगों ने भारी संख्या में कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था.
'लवली उनके घर के हैं'
हालांकि इस प्रदर्शन का प्रभाव भी पड़ा और सज्जन कुमार के भाई को टिकट नहीं मिला, लेकिन पूर्वी दिल्ली से अरविंदर सिंह लवली को टिकट मिलना डैमेज कंट्रोल समझा गया. हालांकि यहां के सिख समुदाय के लोग लवली में पूरी आस्था दिखाते हैं. इनका कहना है कि लवली उनके घर के हैं, स्थानीय हैं इसलिए ये लोग लवली को ही वोट देंगे.
गौतम और आतिशी को बताया बाहरी
वहीं गौतम गंभीर और आतिशी के बारे में इनका कहना था कि वे दोनों बाहरी हैं, लेकिन लवली पिछले 15 सालों से इनके बीच रहे हैं. लोगों की भीड़ में हमें एक महिला भी दिखीं जो कांग्रेस के झंडे के रंग में रंगी थीं. उन्होंने भी लवली के प्रति अपना समर्थन जताया. बता दें कि राहुल गांधी के समर्थन में यह रामलीला ग्राउंड तो पूरा भरा है, लेकिन अब देखना यह है कि क्या लवली इस भीड़ को वोटों में तब्दील कर पाते हैं.