नई दिल्ली/नोएडा: स्थानीय युवाओं को कंपनी में रोजगार की मांग को लेकर किसान बेरोजगार सभा के कार्यकर्ताओं ने फैक्ट्री के बाहर धरना प्रदर्शन किया. कंपनी के गेट पर बुधवार को धरना प्रदर्शन हुआ. यह वही फैक्ट्री है, जो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा औद्योगिक इंडस्ट्री के लिए अधिग्रहित किया गया था. उसी जमीन पर बनने वाली फैक्ट्री में स्थानीय किसानों के बच्चों को नौकरी नहीं दी जा रही है. इसी बात से नाराज किसानों ने बुधवार को प्रदर्शन किया.
स्थानीय किसानों ने प्रदर्शन के दौरान युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की. उनका कहना है कि किसानों की जमीन का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहण किया जा रहा है, जिससे युवा बेरोजगार हो रहे हैं. यहां पर बनने वाली फैक्ट्री में बाहर के युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है, जबकि स्थानियों को वहां पर रोजगार नहीं दिया जा रहा है. उनको लोकल कहते हुए कंपनी से बाहर किया जा रहा है. इसी बात से नाराज स्थानीय किसानों और महिलाओं ने कंपनी के गेट पर प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि यहां की कंपनियों में स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जाए.
कंपनी के खिलाफ नारेबाजी: किसान बेरोजगार सभा के प्रदेश अध्यक्ष अजय प्रधान के नेतृत्व में सभा के कार्यकर्ता रामपुर फतेहपुर टोल के पास सेमकॉन इंडस्ट्रीज कंट्रोल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर पहुंचे और कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की. फैक्ट्री का गेट बंद करके धरना प्रदर्शन करने के लिए बैठ गए. इस दौरान किसानों के साथ महिलाएं भी भारी संख्या में मौजूद रही.
सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने कार्यकर्ताओं और किसानों को समझा कर शांत करने का प्रयास किया. अजय प्रधान ने बताया कि यहां पर किसानों की जमीनों का प्राधिकरण ने अधिग्रहण कर फैक्ट्री स्थापित की है, उन फैक्ट्री में किसानों के बच्चों को स्थानीय बताकर रोजगार नहीं दिया जा रहा है.
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रोजगार देने का आश्वासन: किसानों के धरना प्रदर्शन के बाद बुधवार शाम कंपनी प्रबंधन के साथ किसानों की बातचीत हुई. इसके बाद स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का आश्वासन दिया गया है. उन्होंने कहा कि दिसंबर के पहले सप्ताह में ही स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जाएगा. कंपनी प्रबंधन द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद किसानों ने प्रदर्शन समाप्त किया.
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