नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 8 सीटों पर ही जीत मिली है. चुनावी नतीजे पर बयान जारी करते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के बाद जनता के फ़ैसले को स्वीकार करते है, क्योंकि लोकतंत्र में जनता का फैसला सर्वोपरि है.
उन्होंने कहा कि निगम चुनाव परिणामों के बाद एक बात साफ हो गई है कि जहां दिल्ली ने मोदी के चेहरे को नकार दिया, वहीं अरविन्द केजरीवाल के 230 सीटें जीतने की घोषणा को भी धराशाही कर दिया है. आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी एक ज़िम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए दिल्ली के जनहित जनकल्याण व बेहतरी के लिए काम करती रहेगी.
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि निगम चुनाव में लोगों ने कांग्रेस की मेरी चमकती दिल्ली अभियान को सराहा है. उन्होंने कहा कि काँग्रेस एकमात्र पार्टी है, जिसके वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी दर्ज हुई है.
दिल्ली की जनता ने मोदी के चेहरे व भाजपा के 15 वर्षों के शासन को नकारा है. भारत जोड़ो यात्रा निगम चुनाव से पहले दिल्ली पहुँचती तो परिणाम शायद कुछ और होते. विधानसभा चुनाव 2020 की तुलना करें तो कांग्रेस वोट प्रतिशत बढ़ा है जबकि आम आदमी पार्टी के वोट प्रतिशत में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है और भाजपा का वोट प्रतिशत जस का तस है.
ये भी पढ़ें : एमसीडी में आम आदमी पार्टी की जीत पर छा गए छोटे मफलर मैन
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि वोट प्रतिशत की बढ़ोतरी कार्यकर्ताओं को सकारात्मक ऊर्जा देगी, जिससे आने वाले आम चुनाव व दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की वापसी का रास्ता प्रशस्त होगा. उन्होंने कहा कि केजरीवाल के विज्ञापन भ्रम से दिल्ली की जनता धीरे-धीरे बाहर आ रही है और शीला दीक्षित के कामों का फायदा आने वाले विधानसभा चुनाव में मिलेगा.
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली की जनता ने MCD में आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया है. दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम में केजरीवाल की सरकार होने पर क्या केजरीवाल निगम को फंड की समस्या से मुक्त करा पाऐंगे. उन्होंने कहा कि केजरीवाल वायदे के अुनसार नगर निगम के कर्मचारियों को तुरंत पक्का करें वरना दिल्ली काँग्रेस सड़कों पर उतर कर विरोध करेगी.