नई दिल्ली/गाजियाबादः पेट्रोल और डीजल की 9 दिन से लगातार कीमतें बढ़ने से आम जनता पर फर्क पड़ रहा है. जिसकी वजह से बिजनेस करने वाले लोगों का बिजनेस तो प्रभावित हो ही रहा है. तो वहीं दूसरी ओर रोजमर्रा छोटे-मोटे काम करके अपना घर चलाने वाले लोगों के साथ ही पढ़ाई करने वाले छात्रों की जेब का बजट भी बिगड़ता दिखाई दे रहा है.
यह भी पढ़ेंः-बिगड़ा बजट: डीजल की बढ़ती कीमत से बढ़े सब्जियों के भाव
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से त्रस्त जनता का कहना है कि सरकार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कंट्रोल करना चाहिए. ईटीवी भारत को राहगीर राजकुमार ने बताया कि वह बिजनेस करते हैं. लगातार पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से उनके बिजनेस पर भी फर्क पड़ रहा है. बढ़ती महंगाई की वजह से उनको अपने बच्चों के भविष्य की भी चिंता सता रही है.
यह भी पढ़ेंः-गाजियाबाद: पेट्रोल और डीजल के बढ़े हुए दामों ने बिगाड़ा बजट, सब्जी मंडियों में पसरा सन्नाटा
'बिजनेस पर पड़ रहा है फर्क'
ईटीवी भारत को राहगीर ने बताया कि रोजगार है नहीं लेकिन पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में आम आदमी क्या करेगा. ऐसे ही छात्र अनुज ने बताया कि जिस तरह लगातार पेट्रोल की कीमतें बढ़ती जा रही हैं ऐसे में उन्हे समझ नही आ रहा है कि वह अपनी पढ़ाई का खर्च उठाए या पेट्रोल का खर्च उठाएं. पहले जब पेट्रोल की कीमत 60-62 थी तब भी पेट्रोल का खर्च उठाना बहुत मुश्किल होता था.