नई दिल्ली: ईटीवी भारत की खास पेशकश ईटीवी मोहल्ला के तहत ईटीवी भारत की टीम यह जानने के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कृष्णा नगर वार्ड पहुंची. ताकि इस बात का पता लगाया जा सके की सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का उन वार्डो में क्या असर पड़ा है, जहां निस्तारण का काम प्राइवेट कंपनी को दिया गया.
कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से सफाई व्यवस्था खराब
गाड़ियां आने-जाने में सिलिप होती है और हमेशा जाम लगा रहता है. लोगों का कहना है कि इस ढलान घर की हालत हड़ताल से पहले भी ऐसे ही थे यहां कूड़ा का ढेर हमेशा लगा रहता है. स्थानीय आम आदमी पार्टी के नेता जुगल अरोड़ा ने कहा कि सिर्फ हड़ताल की वजह से सफाई व्यवस्था खराब नहीं हुई है.
बल्कि जब से निगम की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी आई है तब से सफाई व्यवस्था चौपट है. दिल्ली सरकार से जो पैसा मिलता है उसे सौंदर्यीकरण के नाम पर खर्च कर दिया जाता है और कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जाता है. सफाई कर्मचारी अपनी मांग को लेकर हड़ताल करने को मजबूर है.
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वहीं इस मामले में निर्मल जैन का ने कहा कि सफाई कर्मचारियों का हड़ताल का असर उन वार्डों पर भी पड़ा है. जहां पर सफाई व्यवस्था का काम निजी कंपनियों को दिया गया है. इसकी वजह यह है की हड़ताली कर्मचारी निजी कंपनी के कर्मचारियों को भी काम करने नहीं दे रहे हैं.