नई दिल्ली/गाजियाबाद: नशे के आदि लोगों को नशा मुक्ति केंद्र में उनकी लत छुड़वाने के लिए भेजा जाता है. लेकिन गाजियाबाद में नशे की लत छुड़वाने के लिए एक व्यक्ति को नशा मुक्ति केंद्र में एडमिट कराने के बाद उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. मृतक के परिवार का आरोप है कि वहां नशा छुड़ाने की बजाए व्यक्ति के साथ मारपीट की जाती थी. इसके अलावा उसे कुछ खाने-पीने के लिए भी नहीं दिया जाता था. यह भी आरोप है कि, नशा मुक्ति केंद्र द्वारा मोटी रकम लेने के बाद भी उसकी नशे की लत नहीं छूटी, जिसकी शिकायत करने पर व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.
दरअसल गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र में पुलिस को सूचना मिली कि नशा मुक्ति केंद्र में एक व्यक्ति की लाश मिली है. इसके बाद पुलिस ने वहां पहुंचकर लाश को बाहर निकाला. व्यक्ति की पहचान दिल्ली निवासी अंकित बत्रा नाम के रूप में हुई है. बताया गया कि दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में रहने वाले अंकित बत्रा को नशा करने की आदत थी. कुछ समय पहले उन्हें एक नशा मुक्ति केंद्र में एडमिट कराया गया था. मृतक की पत्नी का आरोप है कि वहां उनके साथ मारपीट की जाती थी. यही नहीं नशा मुक्ति कराने के नाम पर 35 हजार रुपये की रकम ली गई थी, मगर इसके बावजूद व्यक्ति का इलाज नहीं हुआ. जब इस बात की शिकायत की गई तो नशा मुक्ति केंद्र से एक व्यक्ति अंकित बत्रा को ले गया, जिसके बाद उसकी संदिग्ध मौत हो गई. आरोप है कि अंकित बत्रा की पिटाई की गई थी. वहीं बताया जा रहा है कि नशा मुक्ति केंद्र का संचालक फरार हो गया है.
डीसीपी रवि कुमार के मुताबिक, संचालक और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले में आगे की जांच पड़ताल की जा रही है. नशा मुक्ति केंद्र में हुई इस वारदात के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. मामले में नशा मुक्ति केंद्र से संबंधित सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई है और वहां अन्य दस्तावेजों की जांच भी की जा रही है.
यह भी पढ़ें-Women Died in Society: सहेली से मिलने गाजियाबाद आई महिला की छत से गिरकर संदिग्ध परिस्थिति में मौत