नई दिल्ली: यमुना और हिंडन नदियों के डूब क्षेत्रों में अतिक्रमण कर बनाये गए अवैध फार्म हाउस और निर्माण के खिलाफ नोएडा प्राधिकरण के अतिक्रमण विभाग ने अभियान चला कर 32 फार्म हाउस और अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया है. अतिक्रमण से मुक्त की गई जमीन की कीमत लगभग 40 करोड़ रुपये है. नोएडा प्राधिकरण की सीईओ का कहना है कि डूब क्षेत्र में कोई भी निर्माण पूरी तरह वर्जित है. ऐसी स्थिति में अवैध फार्म हाउस का क्रय-विक्रय करने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मंगलवार को नोएडा अथॉरिटी का अमला जिसमें भारी पुलिस बल के साथ 100 छोटे-बड़े कर्मचारी तीन जेसीबी पांच डम्पर के साथ नौएडा सेक्टर-135 पहुंचे. वर्क सर्किल-09, भूलेख विभाग नोएडा एवं सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम की देखरेख में यमुना नदी के डूब क्षेत्र की ओर ग्राम नगली नगला, असदुल्लापुर, छपरौली बांगर, दोस्तपुर मंगरौली में अवैध एवं अनाधिकृत रूप से डूब क्षेत्र की लगभग 1,10,000.00 वर्ग मीटर भूमि पर बनाए गए 32 फार्म हाउस और अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया. इस मौके पर हल्का विरोध हुआ, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में लोगों को समझाकर शांत कराया गया. कई दिनों से फार्म हाउस तोड़ने के लिए पुलिस फोर्स मांगी जा रही थी, लेकिन नहीं मिल रही थी. आज फोर्स मिलने पर प्राधिकरण ने कार्रवाई की है.
नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी प्रसून द्विवेदी ने बताया कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नोएडा ने संबंधित अधिकारियों को डूब क्षेत्र और नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र में शेष अनधिकृत एवं अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने हेतु तीव्र गति से अभियान चलाकर प्रभावी कार्रवाी करने के निर्देश दिए थे. जिस पर ये कार्रवाई की गई है. नोएडा प्राधिकरण की सीईओ का कहना है कि डूब क्षेत्र में कोई भी निर्माण पूरी तरह वर्जित है. ऐसी स्थिति में अवैध फार्म हाउस का क्रय-विक्रय करने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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