नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा सेक्टर 70 स्थित पीजी में बीते दिनों सफाइकर्मी की हत्या मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है. फेज तीन थाने की पुलिस ने मृतक के छोटे भाई को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. शराब के नशे में छोटे भाई शर्मा कनौजिया ने बड़े भाई की हत्या की थी. इससे पहले दोनों में पीजी में रात गुजारने को लेकर विवाद हुआ था.
सीसीटीवी से हुआ खुलासा: एसीपी पवन गौतम ने बताया कि सेक्टर-70 स्थित बीएस10 में पीजी का संचालन होता है. पीजी में हरदोई निवासी 34 वर्षीय राममूरत कनौजिया सफाई का काम करता था. उसका छोटा भाई भी पीजी में आता जाता था. 30 अक्टूबर को राममूरत बेहोशी की हालत में मिला. पीजी मालिक ने अन्य लोगों की मदद से सफाईकर्मी को नजदीक के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद मृतक के परिजनों ने शव को पीजी के बाहर रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया. सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गई.
परिजनों का आरोप था कि राममूरत की हत्या गला दबाकर की गई है क्योंकि उसके शरीर पर चोट के निशान है. आरोपियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार किया. इस दौरान पुलिस ने पीजी संचालक और उसके भाई के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज कर लिया. हंगामा करने वालों में आरोपी भी शामिल था. सीसीटीवी कैमरे से पुलिस आरोपी तक पहुंची. आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. आरोपी के कहने पर ही मृतक के एक अन्य भाई ने इस मामले में पीजी मालिक और उसके भाई के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज कराया था.
पीजी में रहता था सफाईकर्मी: पुलिस के मुताबिक, सफाईकर्मी राममूरत पीजी में बने एक कमरे में पत्नी और बच्चों के साथ रहता था. जिस दिन घटना हुई उस दिन उसकी पत्नी घर के बाहर थी. 30 अक्टूबर को राममूरत के कहने पर उसका छोटा भाई शर्मा कनौजिया शराब की बोतल और नमकीन लेकर पीजी आया था. देर रात तक दोनों भाइयों ने शराब पी. नशे में शर्मा ने राममूरत पर पीजी में ही ठहरने के लिए दबाव बनाया.
राममूरत ने कहा कि मालिक उसके अलावा किसी को पीजी में ठहरने की अनुमति नहीं देगा. इतनी सी बात पर शर्मा को गुस्सा आ गया और उसने राममूरत पर हाथ छोड़ दिया. राममूरत ने भी शर्मा को पीटा. इसी दौरान शर्मा ने बड़े भाई का गला दबा दिया. इससे उसकी मौत हो गई. हादसे के बाद शर्मा मौके से फरार हो गया. सीसीटीवी कैमरे में शर्मा पीजी के अंदर जाते हुए और बाहर आते हुए दिखा था.
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पीजी मालिक को फंसाने की साजिश: आरोपी ने हत्या करने के बाद मामले में पीजी मालिक और उसके भाई को फंसाने की योजना बनाई. उसने परिजनों को बताया कि राममूरत की हत्या पीजी के मालिक और उसके भाई ने की है. उसके शरीर पर चोट के निशान हैं. एक अन्य भाई की शिकायत पर पुलिस ने पीजी संचालक और उसके भाई के खिलाफ केस दर्ज कर लिया.
हालांकि, पुलिस को प्रारंभिक जांच में कुछ ऐसे इनपुट मिल गए थे, जिससे लग रहा था कि संचालक और उसके भाई शायद ही हत्या में शामिल हों. आरोपी ने ही पीजी मालिक तनुज और उसके भाई पर हत्या का आरोप लगाते हुए भाई बलराम के द्वारा मुकदमा दर्ज कराया था. आरोपी पीजी संचालक से समझौते के तहत मोटी रकम वसूलने की तैयारी में था.
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