नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में रोडरेज के चलते एक बदमाश को घर से अगवा कर बेरहमी से मार डाला गया. हत्या के इस मामले में बीते चार माह से फरार चल रहे गैंगस्टर रणदीप भाटी के शूटर सुनील भाटी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है.
चौंकाने वाला हुआ खुलासा
इस मामले में पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. धर्मेंद्र नामक जिस युवक की हत्या हुई, उसे बस्ती जेल में बंद रणदीप भाटी ने फोन कर धमकाया था.
डीसीपी जी. रामगोपाल नाइक के अनुसार बीते 4 जनवरी की रात धर्मेंद्र उर्फ धर्मी नामक बदमाश को रणदीप भाटी गैंग के बदमाशों ने बदलापुर पुलिस स्टेशन के इलाके से अगवा किया और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी.
हत्या के बाद हमलावरों ने शव को उसके घर से कुछ दूर रूपवास के पास फेंक दिया था. इसके बाद बदमाश वहां से फरार हो गए थे. इस बाबत उत्तर प्रदेश के दादरी पुलिस थाने में दंगा, अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया गया था.
हसनपुर डिपो के पास से शूटर गिरफ्तार
हाल ही में क्राइम ब्रांच में तैनात एसआई हवा सिंह को सूचना मिली कि इस हत्या में शामिल मुख्य शूटर रोपी उर्फ सुनील मधु विहार स्थित हसनपुर बस डिपो के पास आएगा.
इस जानकारी पर एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर विनय त्यागी की टीम ने छापा मारकर उसे पकड़ लिया. तलाशी में उसके पास से एक पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद हुए. इस बाबत आर्म्स एक्ट का मामला क्राइम ब्रांच ने दर्ज किया है.
रोडरेज के चलते दिया गया हत्या को अंजाम
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि बीते 4 जनवरी को उसके साथी विवेक सिंह की धर्मेंद्र से रास्ता देने को लेकर कहासुनी हुई थी. उसने इस बारे में भूपेंद्र और रणदीप भाटी गैंग के अपने साथियों को बता दिया. इसके बाद भाटी गैंग ने धर्मेंद्र को अगवा किया और बाद में उसकी हत्या कर दी. इस हत्या में विवेक सिंह, ज्ञानेंद्र, भगत और गौरव को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
जेल से दी गई थी धर्मेंद्र को धमकी
पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला कि गैंगस्टर रणदीप भाटी फिलहाल उत्तर प्रदेश के बस्ती की जेल में बंद है. झगड़ा होने पर उसे इसकी जानकारी मोबाइल से दी गई थी. वहां से उसने फोन कर धर्मेंद्र को धमकी दी थी.
बता दें कि मारे गए धर्मेंद्र के खिलाफ हत्या सहित दर्जनभर मामले दर्ज हैं. वह पहले रणदीप भाटी गैंग से ही जुड़ा हुआ था, लेकिन पिछले कुछ समय से उसने इस गैंग से दूरियां बढ़ा ली थी. गिरफ्तार किया गया सुनील भाटी गौतम बुद्ध नगर का रहने वाला है. वह रणदीप भाटी के साथ पांचवी कक्षा तक पढ़ा है. गांव में प्रधान के चुनाव के दौरान हरेंद्र भाटी से उसकी दुश्मनी हो गई थी. वर्ष 2013 में पहली बार उसे सूरजपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था.