नई दिल्ली/नोएडा: भारतीय किसान यूनियन ने जिले के किसानों की समस्याओं को लेकर यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो पॉइंट पर धरना प्रदर्शन किया था जिसके बाद अधिकारियों ने उनकी सभी विभागों से अलग-अलग दिनों पर मीटिंग कर समस्याओं के निस्तारण के लिए प्रस्ताव रखा था, उसी क्रम में 16 नवंबर को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ऑडिटोरियम में अधिकारियों के साथ बैठक हुई, जिसमें अधिकारियों ने उनकी समस्याओं को जल्द निस्तारण करने का आश्वासन दिया है.
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने कहां कि सभी किसानों को 64.7 मुआवजा 10 परसेंट किसान कोटे के प्लॉट तुरंत दिए जाए और किसानों की बैकलीज कराई जाए. जब तक किसानों की (Protest of Indian Farmers Union) आबादियों का निस्तारण नहीं होगा, तब तक किसी भी किसान की आबादी को नहीं तोड़ा जाएगा. किसानों को महीने में 1 दिन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ वार्ता एवं समस्याओं का समाधान के लिए समय दिया जाए. जिन किसानों की जमीन अधिग्रहण हुई है, उन किसानों के बच्चों को पहले नक्शा 11 के आधार पर रोजगार की प्राथमिकता दी जाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समस्त गौतम बुद्ध नगर के निवासियों को भी रोजगार मेला लगाकर रोजगार दिलाया जाए, जिससे गौतम बुध नगर के युवा गलत संगत में ना पड़े, अपने भविष्य को सवारने के साथ ही अपने परिवार का भरण पोषण एवं बच्चों को शिक्षित कर सकें.
ये भी पढे़ं: दिल्ली में बीजेपी ने पोस्टर वार किया तेज, केजरीवाल और उनके सहयोगियों को बताया दिल्ली के ठग
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीपचंद ने कहा कि आपकी समस्याओं का निस्तारण प्राधिकरण के द्वारा 20 नवंबर से पहले किया जाएगा. आबादी एवं 64.7% मुआवजा और 10 प्रतिशत किसान कोटे के प्लॉट के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा और जल्द ही एक रोजगार मेला लगाया जाएगा. जिन किसानों की जमीन प्राधिकरण ने ली है, पहले प्राथमिकता उन्हीं के बच्चों को दी जाएगी. महीने में 1 दिन सभी अधिकारियों के साथ किसानों की समस्याएं सुनी जाएंगी और अगले महीने तक उन समस्याओं का समाधान भी अगली मीटिंग तक किया जाएगा.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप