नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण की भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें कुछ किसान अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं. रविवार को किसानों से संवाद के लिए मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे बीरमपुर गांव पहुंचीं, जहां बीरमपुर प्राथमिक विद्यालय परिसर में अधिग्रहण से प्रभावित किसानों की समस्याओं को उन्होंने सुना और उनके निस्तारण का आश्वासन दिया. किसानों ने मंडलायुक्त को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा.
किसानों ने वार्ता के दौरान कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के चलते जेवर जाने का रास्ता बंद हो गया है. इससे ग्रामीणों को आने जाने में परेशानी होती है. इसलिए सड़क का निर्माण जल्द कराया जाए. इसके साथ ही ग्रामीणों ने गांव के तालाब का सौंदर्यीकरण, रनहेरा गांव का विस्थापन मॉडलपुर गांव के पास व यमुना एक्सप्रेसवे के खुर्जा कट के पास कराया जाए. इन्हीं मांगों को लेकर किसानों ने मंडलायुक्त को ज्ञापन भी दिया.
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मेरठ मंडलायुक्त से संवाद में ग्रामीणों ने कहा कि वर्तमान घर व घर के सामान व न्यूनतम 100 मीटर प्लॉट विस्थापित साइट पर दिया जाए एवं उत्तर प्रदेश में संपत्ति खरीद स्टांप शुल्क में भी छूट दी जाए. किसानों ने कहा कि विस्थापन के एवज में दी जा रही 5 लाख की धन राशि को बढ़ाकर 12 लाख किया जाए. वहीं 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के परिवार के जिम्मेदार व्यक्ति को मुआवजा दिया जाए. इसके साथ ही गरीब पट्टा धारकों को भी पट्टे का लाभ मूल किसान के अनुसार दिया जाए, तथा किसानों की काबिज जमीन को आबादी मानते हुए विस्थापन का पूर्ण लाभ दिया जाए.
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जेवर में किसानों से वार्ता के बाद मेरठ मंडलायुक्त ने समस्याओं के जल्द समाधान का आश्वासन दिया. इस पर किसानों ने कहा कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो वह अपनी जमीन को किसी भी कीमत पर नहीं देंगे. इस मौके पर एडीएम(एलए) बलराम सिंह, एसडीएम अभय सिंह, यमुना प्राधिकरण के डीजीएम एके सिंह सहित भारी संख्या में किसान मौजूद रहे.