नई दिल्लीः निगम का बकाया फंड जारी करने को लेकर धरने पर बैठे महापौर निर्मल जैन ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर ही अपना कार्यालय चलाया. इस दौरान पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर ने नियमित कामकाज संबंधी फाइलें निपटाई. महापौर के साथ उपमहापौर हरि प्रकाश बहादुर, स्थाई समिति के अध्यक्ष सतपाल सिंह, नेता सदन प्रवेश शर्मा, स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष कंचन महेश्वरी, नियुक्ति समिति अध्यक्ष अपर्णा गोयल, उपाध्यक्ष शिक्षा समिति कुसुम तोमर, पूर्व उपमहापौर किरण वेद और पूर्व शिक्षा समिति अध्यक्ष हिमांशी पांडे भी मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना पर बैठे हैं.
अधिकारियों को दिए निर्देश
इस दौरान महापौर ने अपर आयुक्त बृजेश सिंह, प्रमुख अभियंता विजय प्रकाश, मुख्य अभियंता प्रदीप खंडेलवाल समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों से विभिन्न कार्यों की प्रगति रिपोर्ट ली गई. जैन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लैंडफिल प्रबंधन को लेकर किए जा रहे कार्य किसी भी परिस्थिति में रुकने नहीं चाहिए, क्योंकि निगम का लक्ष्य 2024 तक कूड़े के पहाड़ की समस्या का समाधान करना है.
यह भी पढ़ेंः-भाजपा महिला पार्षदों ने सीसीटीवी लगाने पर विरोध किया, शिकायत दर्ज कराई
धरना जारी रखने की बात कही
इसके अलावा महापौर ने प्रदूषण रोधी उपायों के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिया. महापौर ने कहा कि निगम कर्मचारी विषम परिस्थितियों में भी स्वच्छता और प्रदूषण रोधी उपायों, कोरोना संक्रमण नियंत्रित करने जैसे अहम कार्य में लगे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार को उनके वेतन की बिल्कुल भी चिंता नहीं है. महापौर ने कहा कि वह निगम अधिकारियों के हितों के लिए हर संभव लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक निगम का बकाया फंड जारी नहीं होता धरना जारी रखेंगे.