नई दिल्ली: सीएम केजरीवाल के डेंगू की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान 10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट के प्रचार में होने वाले खर्च के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. इसे लेकर पूर्वी दिल्ली नगर निगम की महापौर अंजू कमलकांत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महापौर अंजू कमलकांत सीएम केजरीवाल पर दिल्ली के जनता के पैसे को लुटाने का आरोप लगाया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्वी दिल्ली नगर निगम की मेयर अंजू कमल कांत ने बताया कि आप सबको पता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ये दावा कर रहे हैं कि दिल्ली में डेंगू के मामले 80 फीसदी कम हुए हैं. इसे लेकर पूरे राज्य में बड़े-बड़े होर्डिंग भी लगाए जा रहे हैं. लेकिन इसके पीछे जिनकी मेहनत है उन्हें इसका श्रेय नहीं मिल रहा.
'सार्वजनिक जगहों पर कराई गई फॉगिंग'
डीबीसी कर्मचारियों और हेल्थ डिपार्टमेंट के अथक प्रयास की वजह से आज दिल्ली में डेंगू के मामलों में कमी आई है. लेकिन केजरीवाल सरकार इसका सारा श्रेय खुद ले रही है. उन्होंने कहा कि मैं केजरीवाल सरकार का धन्यवाद करना चाहती हूं कि आखिर उन्होंने माना कि दिल्ली में डेंगू के मामले 80 फीसदी कम हुए हैं.
केजरीवाल जी की नजरों में तो नगर निगम कोई काम करता नहीं. लेकिन मैं आपको बता दूं कि अगर दिल्ली में डेंगू के मामलों में कमी आई है तो इसका सारा श्रेय कर्मचारियों के अथक प्रयास को जाता है. इस साल नगर निगम की टीम ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों, अस्पतालों और सार्वजनिक जगहों पर फॉगिंग कराई ताकि डेंगू का लार्वा ना पनप सके.
'कर्मचारियों का श्रेय ना लें केजरीवाल'
वहीं अंजू कमलकांत ने कहा कि मैं केजरीवाल जी से ये कहना चाहूंगी कि जनता की गाढ़ी कमाई को विज्ञापनों में न लुटाए. अखबारों में प्रचार करने से डेंगू कम नहीं होता. बल्कि इसके पीछे नगर निगम के कर्मचारियों की मेहनत छुपी हुई है. मैं उनसे कहना चाहूंगी कि वह नगर निगम का श्रेय खुद लेना बंद करें और दिल्ली की जनता की गाढ़ी कमाई प्रचार में न लुटाएं.