नई दिल्ली: घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए दिलशाद गार्डन स्थित मानव व्यवहार व संबद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास) में एक अच्छी पहल की गई है. यहां 24 घंटे खुला रहने वाला सखी वन स्टॉप सेंटर बनाया गया है. इसका उद्घाटन दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने किया.
वर्ष 2015 में केंद्र सरकार ने इस तरह के सेंटर बनाने की घोषणा की थी. 2018 में हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए हर जिले में वन स्टॉप सेंटर स्थापित करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था. इसके तहत दिल्ली में पहले सेंटर की शुरुआत की गई है.
मिलेगी नि:शुल्क कानूनी मदद
घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर में निशुल्क कानूनी मदद मिलेगी. इसके अलावा इमरजेंसी डॉक्टरी सुविधा और पुलिस मदद भी मिलेगी. पीड़ित महिलाओं के लिए वॉलंटियर भी लगाए गए हैं जो जरूरत के अनुसार मदद करेंगे.
'महिलाओं को मिलेगा लाभ'
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सखी वन स्टॉप सेंटर में आई कोई भी पीड़ित निराश होकर न जाए इसके लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए ये योजना शुरू की गई है.
ये है लक्ष्य
मनीष सिसोदिया ने कहा-
सरकारी कागजों पर तो बहुत सारी योजनाएं बनती हैं, लेकिन जब तक उनका लाभ न मिले तब तक वो बेकार हैं. महिलाओं को हर संभव मदद मिलनी चाहिए. हम सभी का यही लक्ष्य है.
एक छत के नीचे मिलेंगी सुविधाएं
इहबास के डायरेक्टर डॉ.निमेष देसाई ने बताया कि इसमें पीड़िता को एक ही छत के नीचे पुलिस, डॉक्टर, मनोचिकित्सक और कानूनी परामर्श के साथ उनके रहने की अस्थाई शेल्टर की व्यवस्था होगी. पूरे देश में 725 जिलों में सेंटर बनाये जा चुके हैं. दिल्ली में खोला गया ये पहला सेंटर है.