नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाद: दुनियाभर में 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. महिलाओं को विशेष पहचान दिलाने और उनकी उपलब्धियों को विश्व पटल पर रखने के लिए 1996 में संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत की थी. इस साल संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम 'DigitALL: Innovation and Technology for Gender Equality' रखी है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ETV Bharat Delhi लाया है एक ऐसी महिला अधिकारी की कहानी जो आज करोड़ों महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं.
पीसीएस जे भी किया क्वालीफाई: 2004 बैच की पीसीएस अधिकारी ऋतु सुहास की गिनती उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार अधिकारियों में होती है. ऋतु सुहास गाजियाबाद की ADM प्रशासन हैं. ऋतु सुहास ने उत्तर प्रदेश पीसीएस (UPPCS) के साथ पीसीएस जे (PCS J) भी क्वालीफाई किया था. पहले यूपी पीसीएस का रिजल्ट आया. बतौर पीसीएस अधिकारी ज्वाइन करने के चंद महीने बाद पीसीएस जे का रिजल्ट आया. ऋतु बताती हैं कि उन्होंने यूपीपीसीएस इसलिए चुनाव क्योंकि प्रशासनिक सेवा में वह लोगों की जनसेवा कर सकती हैं.
टीचर से बनी अधिकारी: ADM ऋतु सुहास मथुरा, जौनपुर, सोनभद्र, आजमगढ़, लखनऊ समेत कई जिलों में बतौर एसडीएम, अपर नगर आयुक्त, संयुक्त सचिव, एडीएम आदि पदों पर काम कर चुकी हैं. ऋतु सुहास बताती हैं कि वह उन्होंने अपने करियर की शुरुआत निजी स्कूल में बतौर शिक्षक की थी. ऋतु सुहास बायलॉजी की टीचर थी. शिक्षक की नौकरी के दौरान उन्होंने बैंक पीओ (Bank PO) आदि सरकारी नौकरियों की तैयारी करने के बारे में सोचा. तैयारी की और बैंक पीओ आदि के टेस्ट दिए. लेकिन मैथ्स पर अच्छी पकड़ ना होने के कारण सफलता नहीं मिली. ऐसे में कभी-कभी मन में भविष्य को लेकर चिंता होती थी. फिर UPPCS और UPPCS J की तैयारी की. पहले अटेम्प्ट में यूपीपीसीएस क्लियर किया.
जीता मिसेज इंडिया 2019 का खिताब: ADM ऋतु सुहास बताती हैं कि हर किसी का कोई ना कोई पैशन होता है. इसी तरह उनको मॉडलिंग पसंद है. 2019 में मिसेज इंडिया फैशन शो में उन्होंने भाग लिया. इस शो में 20 राज्यों से आई 60 मॉडल्स ने भाग लिया था. इसी शो में ऋतु सुहास ने मिसेज इंडिया 2019 का खिताब जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया था.
महिलाओं को संदेश: ऋतु सुहास बताती हैं कि हर एक महिला को दूसरी महिला का सहयोग करना चाहिए. आपस में एक दूसरे का सहयोग करने से आगे बढ़ना आसान हो जाता है. महिलाएं अंदर से काफी स्ट्रांग होती हैं. बस जरूरत होती है उसे समझने की और हर एक कदम पर उसका साथ देने की.
मॉडलिंग है बेहद पसंद: हमने पीसीएस अधिकारी ऋतु सुहास से जब सवाल किया कि आज वह अधिकारी नहीं होती तो फिर क्या होती है. इस पर उनका जवाब था. वह शिक्षक होती या फिर मॉडलिंग कर रही होती, क्योंकि दोनों काम उन्हें बेहद पसंद हैं.
UP सरकार ने किया सम्मानित: गाज़ियाबाद कि ADM ऋतु सुहास को हाल ही में लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए सम्मानित किया गया था. 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान एडीएम ऋतु सुहास ने गाजियाबाद में निजी प्रयास से 12 हजार से अधिक दिव्यांग मतदाता बनाएं. इतना ही नहीं उन्हें पोस्टल बैलट की भी सुविधा दिलाई. 800 से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने घर बैठ कर ही पोस्टल बैलट से मतदान किया. कावड़ यात्रा के दौरान भी एडीएम ऋतु सुहास ने गाजियाबाद में कांवड़ कॉरिडोर पर जगह-जगह रैंप युक्त मोबाइल टॉयलेट लगवाए थे.
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