नई दिल्ली/नोएडाः नोएडा में एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) की टीम बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाने का काम करती है. शुक्रवार को भी टीम ने एक परिवार से बिछड़ गई महिला को अपने परिजनों से मिलाया. 6 वर्षों बाद, जब भाई अपनी बहन से मिला तो उसके आंखों से खुशी के आंसू छलक गए. महिला नोएडा की ओल्ड एज शेल्टर होम में रह रही थी और एएचटीयू टीम द्वारा काउंसलिंग के बाद मानसिक रूप से कमजोर महिला (सोनिया) के घर का पता निकाला और गूगल के माध्यम से झारखंड पुलिस से संपर्क कर महिला के परिजनों को ढूंढ निकाला. महिला का परिवार नोएडा आकर उसे अपने साथ ले गए. (Jharkhand resident brother met sister after 6 years in Noida)
एएचटीयू टीम ने 9 दिसंबर 2022 और 16 दिसंबर 2022 को शेल्टर होम अपना घर आश्रम में महिलाओं की काउंलिंग की गई. इसमें एक महिला (32 वर्ष) का पता चला जो 21 सितंबर 2020 को शामली के ओल्ड ऐज होम में दाखिल कराया गया था. इसके बाद उसे 29 सितंबर 2020 को नोएडा के ओल्ड एज होम में भर्ती कराया गया.
महिला सोनिया ने बताया कि वह गढवा की रहने वाली है. उसको उसके घर पहुंचा दिया जाए. इस पर एएचटीयू टीम ने गूगल ऐप पर गढवा को सर्च किया गया और थाना गढवा का फोन नम्बर निकाला तथा बातचीत की गई. उसने बताया कि उसकी शादी गढवा निवासी प्रकाश के साथ हुई थी. उनकी दो बेटी भी है. शादी के दो साल बाद मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण सोनिया ससुराल से गांव आ गयी.
डीसीपी महिला सुरक्षा मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि एएचटीयू की सूचना पर छोटन नोएडा आए और अपनी बहन से मिलकर बहुत खुश हुए. उन्होंने कमिश्नरेट पुलिस को धन्यवाद दिया. अपना घर आश्रम के स्टाफ के सहयोग से सहायक पुलिस आयुक्त द्वितीय नोएडा के आदेशानुसार महिला सोनिया को आज उसके भाई छोटन को सुपुर्द की गई.