नई दिल्ली/नोएडा: पैकेजिंग कंपनी यूफ्लेक्स पर इनकम टैक्स की टीम ने मंगलवार को 64 स्थानों पर रेड डाली थी. वहीं, बुधवार को सेक्टर 62 स्थित यूफ्लेक्स के अपार्टमेंट पर भी इनकम टैक्स विभाग की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की. दोनों ही छापेमारी में अभी तक इनकम टैक्स विभाग के हाथ क्या सबूत लगे हैं और कितने नगदी की बरामदगी हुई है, इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है.
बताया जा रहा है कि आय और व्यय के लेखा-जोखा में गड़बड़ी पाए जाने पर इनकम टैक्स विभाग ने छापेमारी की है. सूत्रों की मानें तो यह छापेमारी आगे भी जारी रहेगी. खास बात है कि इनकम टैक्स विभाग ने इसके लिए स्थानीय पुलिस से कोई मदद नहीं ली. लोगों को चकमा देने के लिए टीम की गाड़ी पर काशी विश्वनाथ यात्री संगठन का स्टीकर लगा था.
यूफ्लेक्स कंपनी पर चल रही आयकर विभाग की छापेमारी में बुधवार को नोएडा सेक्टर 62 फ्लेक्स अपार्टमेंट में छापा मारा गया. आयकर विभाग की कई टीमें यहां पहुंची. जहां टीम की गाड़ियों पर काशी विश्वनाथ यात्री संगठन के पोस्टर लगे हुए देखे गए. यूफ्लेक्स कंपनी के मालिक अशोक चतुर्वेदी या फिर इनकम टैक्स विभाग के किसी अधिकारी द्वारा छापेमारी के संबंध में किसी प्रकार कि कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं दी गई है. फिलहाल आईटी विभाग द्वारा अभी भी जांच जारी रखी गई है.
छापेमारी का पूरा मामलाः आयकर विभाग ने मल्टीनेशनल पैकजिंग कंपनी यूफ्लेक्स पर बड़ी छापेमारी की है. नोएडा, दिल्ली, मुंबई सहित देश भर में कंपनी से जुड़े 64 से ज्यादा ठिकानों पर आयकर टीमों ने एक साथ मंगलवार सुबह सर्च शुरू की. इसमें नोएडा में कंपनी का सेक्टर-4 स्थिति आफिस, सेक्टर 58, सेक्टर-60 स्थित कंपनी के बड़े अधिकारियों के घर भी छापेमारी हुई. जहां पर छापेमारी होनी थी, उन ठिकानों को आयकर विभाग की टीमों ने गोपनीय ढंग से सोमवार रात ही घेरे में ले लिया था.
जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग की इस छापेमारी का मकसद कंपनी के टर्नओवर की पड़ताल करना है. कितने की आय कंपनी की वास्तविकता में हो रही है, कितनी दस्तावेजों में दिखाई जा रही है आदि. सूत्रों की मानें तो आईटी टीम को कई स्थानों से काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिसका जल्द खुलासा हो सकता है.
ये भी पढ़ेंः Delhi Mayor Election: बीजेपी पार्षदों ने सदन में किया हनुमान चालीसा का पाठ, जानें क्यों