नई दिल्ली/नोएडा: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए लोगों में सीएनजी गाड़ियों की मांग तेजी से बढ़ रही है. इसका जीता जागता उदाहरण है कि नोएडा एआरटीओ के आंकड़े. यहां पिछले 45 दिनों में 7 सौ से अधिक गाड़ियां सीएनजी में रजिस्टर्ड हो चुकी हैं. गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन को लेकर नोएडा एआरटीओ डॉ. सियाराम वर्मा ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
एआरटीओ नोएडा का कहना है कि गाड़ियों की संख्या की दृष्टि से बात करें तो देश में अभी भी टू व्हीलर गाड़ियां ज्यादा बिक रही हैं, जिसमें पेट्रोल की गाड़ियां ज्यादा हैं. गौतम बुद्ध नगर जनपद में विगत 45 दिनों में 9 हजार से ज्यादा गाड़ियां पेट्रोल की बिकी है. वहीं आजकल CNG की गाड़ियों की लोकप्रियता बढ़ रही है. वाहनों की बढ़ती संख्या की दृष्टि से अभी भी डीजल की संख्या ज्यादा है, उसके बाद सीएनजी का है, 7 सौ से अधिक गाड़ियां सीएनजी में रजिस्डर्ट हो चुकी हैं. विगत 45 दिनों में रजिस्ट्रेशन की संख्या के आधार पर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में सीएनजी गाड़ियों के प्रति रुझान लोगों में और बढ़ेगी.
CNG गाड़ियों की तेजी से बढ़ रही मांग: पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए अब आम पब्लिक गाड़ियों को खरीदने से पहले अपनी पहली प्राथमिकता सीएनजी गाड़ियों की तरफ दिखा रही है. जी हां ये हम नहीं बता रहे हैं बल्कि नोएडा आरटीओ का आंकड़ा बता रहा है. साल 2023 में 1 जनवरी से 15 फरवरी के बीच गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन की बात करें तो डीजल की 838 गाड़ियां रजिस्टर्ड हुई हैं. वहीं पेट्रोल दोपहिया और चार पहिया वाहन मिलाकर 9 हजार 637 वाहन रजिस्टर्ड हुए, 766 सीएनजी गाड़ियों को रजिस्ट्रेशन हुआ, जबकि इलेक्ट्रॉनिक की 124 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ. नोएडा एआरटीओ ने बताया कि प्रतिशत की दृष्टि से देखा जाए तो सीएनजी गाड़ियों की मांग अत्यधिक बढ़ी है. वहीं लोग डीजल गाड़ियों को भी पसंद कर रहे हैं, लेकिन सीएनजी गाड़ियों की तरफ लोगों का रुझान अधिक है और आने वाले समय में यही स्थिति बनी रही तो ज्यादातर लोग सीएनजी गाड़ियों का ही इस्तेमाल करेंगे.
![Increasing popularity of CNG vehicles](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17817845_arto-1.jpg)
UP 16 नंबर से रजिस्टर्ड गाड़ियों की संख्या: यूपी 16 नंबर से रजिस्टर्ड गाड़ियों की कुल संख्या 8 लाख 70 हजार 772 है, जिसमें अत्यधिक वाहन दोपहिया के हैं, जिनकी संख्या 5 लाख 28 हजार 797 है. वहीं प्राइवेट चार पहिया वाहनों की बात करें तो 2 लाख 58 हजार 387, दोपहिया व्यवसायिक वाहनों में 2 हजार 446, टैक्सी के वाहन 13 हजार 116, माल वाहन 21 हजार 216, ऑटो रिक्शा 18 हजार 867, ई रिक्शा 10 हजार 178, बस 3 हजार 229, स्कूल बस 1 हजार 638, एंबुलेंस 572, कृषि में प्रयोग करने वाले ट्रैक्टर 7 हजार 965, 3 व्हीलर गुड्स 1 हजार 734 और अन्य वाहन 2 हजार 624 है. उन्होंने बताया कि गाड़ियों के प्रतिशत को देखा जाए तो अत्यधिक सीएनजी गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है और लोग सीएनजी गाड़ियों को पसंद भी कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: GNDA removed encroachment: पतवाड़ी गांव में प्रशासन का चला पीला 'पंजा', 72 करोड़ की जमीन को कराया कब्जा मुक्त