नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग ने पीपुल नामक गैर सरकारी संगठन के साथ मिलकर निगम विद्यालयों में इंजीनियर कार्यक्रम को आयोजित कर रहा है. निगम के शिक्षा निदेशक एवं अतिरिक्त आयुक्त विकास त्रिपाठी ने शाहदरा उत्तरी क्षेत्र के निगम प्राथमिक विद्यालय ब्रह्मपुरी में डिजिटल लैब का शुभारंभ किया. डिजिटल लैब के उद्घाटन के साथ ही शैक्षिक सशक्तिकरण के नए कार्यक्रम का सूत्रपात हुआ है.
नई शिक्षा नीति 2020 पर आधारित कार्यक्रम: कार्यक्रम उन छात्रों तक कंप्यूटर शिक्षा पहुंचाता है जिनकी पहुंच से कंप्यूटर शिक्षा दूर है. यह कार्यक्रम नई शिक्षा नीति 2020 पर आधारित है तथा छात्रों को 21वीं सदी के कौशल प्रदान करता है. अमेजन फ्यूचर इंजीनियर कार्यक्रम अधिगम अंतर को कम करने में सहायक है. पीपुल एनजीओ ने अध्यापकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यशाला एवं कक्षा अवलोकन के माध्यम से कक्षा 3 से 5 के छात्रों को डिजिटल साक्षर कर रहा है.
पीपुल एनजीओ ने कार्यक्रम का दायरा बढ़ाया: छात्रों को डिजिटली साक्षर करने के लिए ब्लॉक आधारित प्रोग्रामिंग एवं अनप्लग्ड एप्लीकेशन के माध्यम से कंप्यूटर हार्डवेयर, डिजिटल कौशल एवं कोडिंग कौशल का ज्ञान दिया जा रहा है. प्रथम चरण की सफलता के बाद पीपुल एनजीओ ने अपने कार्यक्रम का दायरा बढ़ाते हुए इसे 47 निगम विद्यालयों में आरंभ करने का निर्णय लिया है. इसमें पिछले सत्र के 27 विद्यालय भी सम्मिलित हैं.
शिक्षा के क्षेत्र में योगदान की दूरगामी सोच के फलस्वरूप सरकारी विद्यालयों में डिजिटल लैब स्थापित की जा रही हैं. डिजिटल लैब में उपलब्ध आधुनिक संसाधनों एवं उपकरणों के माध्यम से छात्रों में नवाचार, रचनात्मकता एवं डिजिटल साक्षरता का पोषण होगा.
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पीपुल एनजीओ एवं अमेजन फ्यूचर इंजीनियर कार्यक्रम: निगम के शिक्षा विभाग के निदेशक विकास त्रिपाठी ने छात्रों के साथ वार्तालाप किया. विकास त्रिपाठी ने पीपुल एनजीओ एवं इंजीनियर कार्यक्रम द्वारा परिवर्तनकारी पहल की सराहना की. त्रिपाठी ने छात्रों को नए जमाने की तकनीक से सामंजस्य बिठाने के लिए छात्रों को डिजिटल कौशालों से परिपूर्ण करने के उनके प्रयासों को भी सराहा है. साथ ही उन्होंने डिजिटल लैब स्थापित करने के लिए पीपुल एनजीओ एवं अमेजन फ्यूचर इंजीनियर कार्यक्रम को सराहा है.
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