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Ghaziabad: एटीएम कार्ड से फर्जीवाड़ा कर रुपये निकालने के मामले में दो गिरफ्तार

गाजियाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने एनसीआर में एटीएम कार्ड से फर्जीवाड़ा कर एटीएम से पैसे निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

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Published : Jul 18, 2023, 5:42 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: अगर आप एटीएम का इस्तेमाल पैसे निकालने के लिए करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. क्राइम ब्रांच ने एनसीआर में एटीएम कार्ड से फर्जीवाड़ा कर एटीएम मशीन से फर्जी तरीके से रुपये निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को थाना कोतवाली शहर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से विभिन्न बैंकों के 10 एटीएम कार्ड, एटीएम मशीन मे एटीएम कार्ड चिपकाने के लिए फेविक्विक और बाद में कार्ड को निकालने के लिए प्रयोग मे आने वाले चाकू समेत 55 हजार पांच सौ रुपये नकद बरामद किये हैं. पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि कहां-कहां आरोपियों द्वारा एटीएम में फर्जीवाड़ा किया गया है. कब से यह काम में लिप्त थे और अब तक इस फर्जीवाड़े के माध्यम से कितने लोगों को धोखा देकर कितना पैसा हासिल किया है ?

पूछताछ के दौरान आरोपी संदीप ने पुलिस को बताया है कि उसने 12 वीं तक पढ़ाई की है. उसकी मोबाइल की दुकान थी लेकिन उसमें ज्यादा फायदा नहीं हो रहा था. बहन की शादी के समय उसने वह दुकान बेच दी थी. उसके बाद वह फूड डिलीवरी का काम कर रहा था. पर कमाई न होने के कारण में एटीएम मे फ्रॉड करने लगा. उसने यूट्यूब से एटीएम फ्रॉड करना सीखा.

साथ ही गौरव समेत एक दो लोगों को भी एटीएम फर्जीवाड़ा करने का तरीका सिखाया. आरोपी गौरव ने पुलिस को बताया कि उसने आगरा यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया हुआ है. उसे अंग्रेजी की अच्छी जानकारी है. वह एयरटेल कंपनी में काम करता था. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि वे गाजियाबाद, नोयडा, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत अन्य क्षेत्रों में घटनाएं करते हैं.

० समझिए कैसे करते हैं ATM फ्रॉड

1. ATM में डालते हैं फेवीक्विक: आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पहले हम लोग एक फर्जी मोबाइल नंबर लेते हैं. फिर उसको एटीएम के अंदर मशीन पर हैल्प लाइन का नंबर लिखकर चिपका देते हैं. और बैंक के एटीएम के आस- पास खड़े होकर इन्तजार करते हैं. हमारा एक व्यक्ति एटीएम के अन्दर रहता है जैसे ही कोई ग्राहक एटीएम से पैसे निकालने के लिए आता है तो हमारा आदमी एटीएम मशीन में जहां पर एटीएम कार्ड लगाया जाता है उस जगह पर फेविक्विक डाल देता है. जब कोई व्यक्ति एटीएम से पैसे निकालने के लिए आता है और वह अपना एटीएम कार्ड एटीएम मशीन में डालता है तो उसका एटीएम कार्ड चिपक जाता है.

2. बैंक कर्मचारी बनकर करते हैं बात: हममें से कोई भी व्यक्ति वहां खड़ा होकर उस व्यक्ति का पिन नंबर देख लेता है तथा उसको उस लिखे गए नंबर को कस्टमर केयर का नंबर बता कर उस पर फोन करने के लिए कहता है. वह व्यक्ति उस नंबर पर फोन करता है. हम चारो में से कोई भी कस्टमर केयर ऑफिसर बन कर बात करता है. ज्यादातर गौरव ही बात करता है क्योकि उसकी अंग्रेजी अच्छी है और उस व्यक्ति से कह देता है कि आपका एटीएम कार्ड निकालने में अभी समय लगेगा हमारा कोई कर्मचारी वहां पर आएगा और आपको एटीएम कार्ड एटीएम से निकाल कर देगा. इसमें एक से दो घंटे या उससे ज्यादा का समय लग सकता है. आपको फोन करके दोबारा बुला लिया जाएगा तब तक आपका एटीएम बन्द कर दिया जा रहा है.

3. चाकू से निकालते हैं एटीएम कार्ड: उस व्यक्ति के चले जाने के बाद चाकू से हम उस एटीएम कार्ड को निकाल कर उसके खाते से रुपये निकाल लेते हैं. कभी-कभी इस काम को करते हुए एटीएम से पैसा निकालने आये भोले-भाले व्यक्तियों के एटीएम से पैसा निकालने में मदद करने के बहाने उसका एटीएम कार्ड ही बदल देते हैं. बाद में उनके खाते से पैसे निकाल लेते है. पुलिस के मुताबिक आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं और पूर्व में भी कई बार जेल जा चुके हैं.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: अगर आप एटीएम का इस्तेमाल पैसे निकालने के लिए करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. क्राइम ब्रांच ने एनसीआर में एटीएम कार्ड से फर्जीवाड़ा कर एटीएम मशीन से फर्जी तरीके से रुपये निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को थाना कोतवाली शहर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से विभिन्न बैंकों के 10 एटीएम कार्ड, एटीएम मशीन मे एटीएम कार्ड चिपकाने के लिए फेविक्विक और बाद में कार्ड को निकालने के लिए प्रयोग मे आने वाले चाकू समेत 55 हजार पांच सौ रुपये नकद बरामद किये हैं. पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि कहां-कहां आरोपियों द्वारा एटीएम में फर्जीवाड़ा किया गया है. कब से यह काम में लिप्त थे और अब तक इस फर्जीवाड़े के माध्यम से कितने लोगों को धोखा देकर कितना पैसा हासिल किया है ?

पूछताछ के दौरान आरोपी संदीप ने पुलिस को बताया है कि उसने 12 वीं तक पढ़ाई की है. उसकी मोबाइल की दुकान थी लेकिन उसमें ज्यादा फायदा नहीं हो रहा था. बहन की शादी के समय उसने वह दुकान बेच दी थी. उसके बाद वह फूड डिलीवरी का काम कर रहा था. पर कमाई न होने के कारण में एटीएम मे फ्रॉड करने लगा. उसने यूट्यूब से एटीएम फ्रॉड करना सीखा.

साथ ही गौरव समेत एक दो लोगों को भी एटीएम फर्जीवाड़ा करने का तरीका सिखाया. आरोपी गौरव ने पुलिस को बताया कि उसने आगरा यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया हुआ है. उसे अंग्रेजी की अच्छी जानकारी है. वह एयरटेल कंपनी में काम करता था. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि वे गाजियाबाद, नोयडा, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत अन्य क्षेत्रों में घटनाएं करते हैं.

० समझिए कैसे करते हैं ATM फ्रॉड

1. ATM में डालते हैं फेवीक्विक: आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पहले हम लोग एक फर्जी मोबाइल नंबर लेते हैं. फिर उसको एटीएम के अंदर मशीन पर हैल्प लाइन का नंबर लिखकर चिपका देते हैं. और बैंक के एटीएम के आस- पास खड़े होकर इन्तजार करते हैं. हमारा एक व्यक्ति एटीएम के अन्दर रहता है जैसे ही कोई ग्राहक एटीएम से पैसे निकालने के लिए आता है तो हमारा आदमी एटीएम मशीन में जहां पर एटीएम कार्ड लगाया जाता है उस जगह पर फेविक्विक डाल देता है. जब कोई व्यक्ति एटीएम से पैसे निकालने के लिए आता है और वह अपना एटीएम कार्ड एटीएम मशीन में डालता है तो उसका एटीएम कार्ड चिपक जाता है.

2. बैंक कर्मचारी बनकर करते हैं बात: हममें से कोई भी व्यक्ति वहां खड़ा होकर उस व्यक्ति का पिन नंबर देख लेता है तथा उसको उस लिखे गए नंबर को कस्टमर केयर का नंबर बता कर उस पर फोन करने के लिए कहता है. वह व्यक्ति उस नंबर पर फोन करता है. हम चारो में से कोई भी कस्टमर केयर ऑफिसर बन कर बात करता है. ज्यादातर गौरव ही बात करता है क्योकि उसकी अंग्रेजी अच्छी है और उस व्यक्ति से कह देता है कि आपका एटीएम कार्ड निकालने में अभी समय लगेगा हमारा कोई कर्मचारी वहां पर आएगा और आपको एटीएम कार्ड एटीएम से निकाल कर देगा. इसमें एक से दो घंटे या उससे ज्यादा का समय लग सकता है. आपको फोन करके दोबारा बुला लिया जाएगा तब तक आपका एटीएम बन्द कर दिया जा रहा है.

3. चाकू से निकालते हैं एटीएम कार्ड: उस व्यक्ति के चले जाने के बाद चाकू से हम उस एटीएम कार्ड को निकाल कर उसके खाते से रुपये निकाल लेते हैं. कभी-कभी इस काम को करते हुए एटीएम से पैसा निकालने आये भोले-भाले व्यक्तियों के एटीएम से पैसा निकालने में मदद करने के बहाने उसका एटीएम कार्ड ही बदल देते हैं. बाद में उनके खाते से पैसे निकाल लेते है. पुलिस के मुताबिक आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं और पूर्व में भी कई बार जेल जा चुके हैं.

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