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गाजियाबाद की डॉ. कविता वर्मा को मिलेगा शिक्षक पुरस्कार 2022, संवार रही छात्रों का जीवन - Teacher Award 2022

गाजियाबाद के वैशाली नगर क्षेत्र स्थित कम्पोजिट विद्यालय में बतौर शिक्षक के पद पर तैनात डॉ. कविता वर्मा को उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षक पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया जाएगा.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 2, 2023, 10:25 AM IST

Updated : Sep 2, 2023, 11:43 AM IST

डॉ. कविता वर्मा

नई दिल्ली/गाजियाबादः उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिए बुधवार को शासन ने 75 शिक्षकों की सूची जारी की थी. राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले से एक शिक्षक का चयन किया गया है. चयनित शिक्षकों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर सम्मानित किया जाएगा. वैशाली नगर क्षेत्र स्तिथ कम्पोजिट विद्यालय में बतौर शिक्षक के पद पर तैनात डॉक्टर कविता वर्मा का गाजियाबाद से चयन किया गया है.

डॉ. कविता वर्मा दो दशक से अधिक से बतौर शिक्षिका गाजियाबाद में सेवाएं दे रही हैं. विद्यार्थियों के हित के लिए डॉ. कविता लगातार विभिन्न प्रकार के कार्य करते आ रही हैं. उनके स्कूल के बच्चे प्रतिष्ठित आईटी कंपनी एडोब में कंप्यूटर सीखने जाते हैं. बच्चों को एप डेवलपमेंट, पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन आदि सिखाया जाता है. डॉ. कविता का प्रयास रहता है कि जो बच्चे अनाथ हैं और स्कूल में शिक्षा ले रहे हैं, उन्हें शिक्षक के साथ-साथ मां-बाप का भी प्यार दे सकें. स्कूल में पढ़ रहे अनाथ बच्चों की बेसिक जरूरतें भी डॉ. कविता द्वारा पूरी की जाती है. इतना ही नहीं जिस विद्यालय में डॉ. कविता पढ़ती हैं, वह विद्यालय जिले में नंबर वन पर है.

डॉ. कविता एक स्थानीय बाल आश्रम से भी जुड़ी हुई हैं. जहां जाकर वह वहां रहने वाली छात्राओं को हुनरमंद बनाने का काम कर रही हैं. बाल आश्रम में रहने वाली छात्राओं को डॉ. कविता द्वारा सिलाई कढ़ाई, कत्थक आदि सिखाया जाता है. इतना ही नहीं वह बाल आश्रम में रहने वाली कई छात्रों का एडमिशन अपने स्कूल में भी करा चुकी हैं, जहां उन्हें शिक्षित बनाने की कवायद की जा रही है. स्कूल में सिलेबस से हटकर वह छात्र-छात्राओं को मोटिवेशनल कहानियां सुनाती हैं. जिससे कि भविष्य में विषम परिस्थितियों आती हैं तो छात्र उनका डटकर सामना कर सके. स्कूल में उनके द्वारा एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है.

डॉ. कविता वर्मा द्वारा बताया गया कि उन्हें स्कूल की प्रधानाध्यापिका द्वारा सूचना दी गई कि उनका राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन हुआ है. बहुत गर्व महसूस हो रहा है. जब आपके काम को सराहा जाता है और आपको पुरस्कृत किया जाता है तो इससे आगे और बेहतर काम करने का हौसला मिलता है. कहीं ना कहीं अन्य शिक्षक भी इससे मोटिवेट होते हैं. पुरस्कार मिलने के बाद अब जिम्मेदारियां और बढ़ गई हैं. मेरा प्रयास है कि अधिक से अधिक बच्चों को नवोदय विद्यालय समेत आदि विद्यालयों के प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर सकूं. मेरा प्रयास है की अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं का भविष्य बेहतर बन सके.

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डॉ. कविता वर्मा

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डॉ. कविता वर्मा दो दशक से अधिक से बतौर शिक्षिका गाजियाबाद में सेवाएं दे रही हैं. विद्यार्थियों के हित के लिए डॉ. कविता लगातार विभिन्न प्रकार के कार्य करते आ रही हैं. उनके स्कूल के बच्चे प्रतिष्ठित आईटी कंपनी एडोब में कंप्यूटर सीखने जाते हैं. बच्चों को एप डेवलपमेंट, पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन आदि सिखाया जाता है. डॉ. कविता का प्रयास रहता है कि जो बच्चे अनाथ हैं और स्कूल में शिक्षा ले रहे हैं, उन्हें शिक्षक के साथ-साथ मां-बाप का भी प्यार दे सकें. स्कूल में पढ़ रहे अनाथ बच्चों की बेसिक जरूरतें भी डॉ. कविता द्वारा पूरी की जाती है. इतना ही नहीं जिस विद्यालय में डॉ. कविता पढ़ती हैं, वह विद्यालय जिले में नंबर वन पर है.

डॉ. कविता एक स्थानीय बाल आश्रम से भी जुड़ी हुई हैं. जहां जाकर वह वहां रहने वाली छात्राओं को हुनरमंद बनाने का काम कर रही हैं. बाल आश्रम में रहने वाली छात्राओं को डॉ. कविता द्वारा सिलाई कढ़ाई, कत्थक आदि सिखाया जाता है. इतना ही नहीं वह बाल आश्रम में रहने वाली कई छात्रों का एडमिशन अपने स्कूल में भी करा चुकी हैं, जहां उन्हें शिक्षित बनाने की कवायद की जा रही है. स्कूल में सिलेबस से हटकर वह छात्र-छात्राओं को मोटिवेशनल कहानियां सुनाती हैं. जिससे कि भविष्य में विषम परिस्थितियों आती हैं तो छात्र उनका डटकर सामना कर सके. स्कूल में उनके द्वारा एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है.

डॉ. कविता वर्मा द्वारा बताया गया कि उन्हें स्कूल की प्रधानाध्यापिका द्वारा सूचना दी गई कि उनका राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन हुआ है. बहुत गर्व महसूस हो रहा है. जब आपके काम को सराहा जाता है और आपको पुरस्कृत किया जाता है तो इससे आगे और बेहतर काम करने का हौसला मिलता है. कहीं ना कहीं अन्य शिक्षक भी इससे मोटिवेट होते हैं. पुरस्कार मिलने के बाद अब जिम्मेदारियां और बढ़ गई हैं. मेरा प्रयास है कि अधिक से अधिक बच्चों को नवोदय विद्यालय समेत आदि विद्यालयों के प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर सकूं. मेरा प्रयास है की अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं का भविष्य बेहतर बन सके.

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Last Updated : Sep 2, 2023, 11:43 AM IST
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