नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के संजय नगर स्थित संयुक्त अस्पताल में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से न होने की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हैं. अस्पताल में बिजली ना होने से डॉक्टरों को कामकाज करने में बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. तस्वीरों में आप देख सकते हैं किस तरह से इमरजेंसी लाइट का सहारा लेकर ओपीडी में डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं. संजय नगर संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में हर दिन सैकड़ों की संख्या में मरीज आते हैं. बिजली न होने के चलते मरीजों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है.
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक बिजली न होने के चलते शुक्रवार से रविवार के बीच तकरीबन बीस ऑपरेशन टाले जा चुके हैं. कई मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया है जबकि कई मरीजों को आगे की डेट दी गई है. इतना ही नहीं अस्पताल की इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है. सोमवार को भी अस्पताल की ओपीडी में मरीज पहुंचे लेकिन बिजली ना होने के चलते डॉक्टरों ने इमरजेंसी लाइट का सहारा लेकर मरीजों को देखा. बताया जा रहा है कि सोमवार शाम तक बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से सुचारू हो जाएगी.
ये भी पढ़ें: CBSE Exam for 10th and 12th : आज से सीबीएसई बोर्ड की मुख्य परीक्षाएं
संजय नगर स्थित जिला संयुक्त अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ विनोद पांडे के मुताबिक अस्पताल में चार दिन से लाइट की समस्या है. बीते दो दिन छुट्टी होने के चलते ज्यादा परेशानी नहीं हुई लेकिन अब समस्या हो रही है. फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. अस्पताल में बिजली की लाइन में फाल्ट हुआ था. जिसके चलते यह समस्या हो रही है. लाइट ना होने से गायनी वार्ड और ओपीडी में स्वास्थ सेवाओं पर असर पड़ रहा है. आज शाम तक लाइट ठीक होने की उम्मीद है.
मिली जानकारी के मुताबिक 16 फरवरी को गाजियाबाद के संयुक्त अस्पताल में शॉर्ट सर्किट हुआ था. जिसके बाद बिजली आपूर्ति बाधित हो गई. शॉर्ट सर्किट के बाद से ही आपूर्ति को दुरुस्त करने की कवायद की जा रही है लेकिन सोमवार को पांचवे दिन भी बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से सुचारू नहीं हो सकी है. डॉक्टर टेबल पर इमरजेंसी लाइट या मोबाइल की रौशनी में मरीजों को देख रहे हैं. अस्पताल परिसर में अंधेरा छाया हुआ है. वहीं मरीजों का कहना है कि अस्पताल में लाइट न होने के चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें: JEE MAIN 2023 : अब ड्रॉप क्वेश्चन पर हर छात्र को नहीं मिलेंगे बोनस मार्क्स, जानिए NTA ने क्या किए हैं बदलाव