नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा की यमुना सिटी में गौर इंटरनेशनल स्कूल के 2 वर्ष पूरे होने पर फाउंडेशन डे का आयोजन किया गया. इस दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्य ज्योति मेहरा कक्कड़ ने बताया कि उन्होंने 15 बच्चों से स्कूल की शुरुआत की थी. दो साल के बाद आज स्कूल में 250 से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं, जिनको आधुनिक शिक्षा दी जा रही है. आज के समय में बच्चों को आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है.
बच्चों को ऐसी शिक्षा मिलनी चाहिए जिससे वे आत्मनिर्भर बन कर अपना विकास कर सकें. होलिस्टिक चाइल्ड सेंट्रिक एजुकेशन के माध्यम से बच्चों की सोच को विकसित किया जा रहा है जिससे कि वे जीवन के कठिन फैसलों को लेने में सक्षम बन सकें. यहां बच्चों की पढ़ाई के लिए अच्छे अध्यापक नियुक्त किए गए हैं. गौर इंटरनेशनल स्कूल लगातार कामयाबी की तरफ बढ़ रहा है.
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गौर ग्रुप की डायरेक्टर मंजू ने बताया कि यह विद्यालय लगभग 2 वर्ष पहले कोरोना के दौरान शुरू किया गया था. उस वक्त बहुत से लोगों ने ग्रेटर नोएडा के यमुना सिटी स्थित गौर इंटरनेशनल स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाने की इच्छा जाहिर की थी. यहां पर बच्चों की सुरक्षा सहित अन्य सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है. पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें खेल प्रशिक्षण भी दिया जाता है. यहां पढ़ने वाले बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नई शिक्षा पद्धति के आधार पर उन्हें शिक्षित किया जा रहा है.
विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. बच्चों के स्कूल आई कार्ड को पंच करते ही पैरेंट्स के पास मैसेज चला जाएगा कि बच्चे स्कूल पहुंच चुके हैं. स्कूल से घर के लिए निकलते वक्त कार्ड पंच करते ही अभिभावकों के पास मैसेज पहुंच जाएगा कि बच्चा स्कूल से घर के लिए निकल चुका है.
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