नई दिल्ली: पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसेवाला की हत्या के मामले में अजरबैजान से प्रत्यर्पण लाया गया गैंगस्टर सचिन विश्नोई गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की तरह अपना पर्सनल नेटवर्क फैलाना चाहता था. मूसेवाला की हत्या की साजिश रचकर वह फर्जी पासपोर्ट बनवाकर नेपाल के रास्ते दुबई और फिर अजरबैजान भाग गया था. फिर मूसेवाला की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर उसने सिद्धू को हत्या की जिम्मेदारी ली थी. हालांकि, तब तक वह अजरबैजान भाग चुका था.
इधर, जब उसने हत्या की जिम्मेदारी ली तो दिल्ली पुलिस ने जांच तेज की. इसमें पता चला कि वह फर्जी पासपोर्ट पर विदेश गया है. इसके बाद पुलिस ने कई गैंगस्टर का फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसका फर्जी पासपोर्ट ब्लैकलिस्ट करवाया. सचिन विश्नोई अजरबैजान से निकलकर गोल्डी बराड़ के पास कनाडा जाना चाहता था. वह चाहता था कि गोल्डी की तरह वह भी कनाडा में बैठकर भारत में अपना पर्सनल नेटवर्क खड़ा करे और रंगदारी वसूलने का धंधा चलाए.
खौफ कायम करने के लिए मूसेवाला की हत्या कीः सचिन ने अपना खौफ कायम करने के लिए ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन वह कनाडा जाता उससे पहले ही उसका फर्जी पासपोर्ट भी बैलकलिस्ट कर दिया गया. इस बात की सूचना उसे खुद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने फोन करके दी. उसने कहा कि तुम्हारा पासपोर्ट ब्लैक लिस्ट हो गया है. इसलिए गोल्डी बराड़ ने उसे अजरबैजान में ही रहने की सलाह दी. कुछ दिन बाद ही अजरबैजान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और डिटेंशन सेंटर में डाल दिया. इसके बाद सीबीआई और इंटरपोल की मदद से उसके प्रत्यर्पण की कवायद शुरू हुई और उसे भारत लाया गया.