नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा विकास प्राधिकरण में सफाई कर्मी की नौकरी लगवाने की बात कह कर एक ठेकेदार ने गिझोंड गांव में रहने वाले 15 लोगों के साथ करीब 23 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. इस मामले में न्यायालय के आदेश के बाद थाना सेक्टर 24 पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस को दी गई शिकायत में सनोद ने बताया कि वह परिवार के साथ सेक्टर 53 गिझोंड गांव में रहते हैं. वह और उसके 15 अन्य साथी साफ सफाई का काम करते हैं, जिनके साथ धोखाधड़ी की गई है.
ठगी का शिकार हुए लोगों ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी मुलाकात कुछ दिन पहले जितेंद्र, गिरीश, इंदर और खुशहाल से हुई थी. आरोपियों ने बताया कि उनकी कंपनी के पास प्राधिकरण में टेंडर है. साथ ही उनकी कंपनी प्राधिकरण में रजिस्टर्ड भी है. आरोपियों ने उसको झांसा देकर बताया कि अप्रैल 2022 में उनकी कंपनी को साफ-सफाई का भी टेंडर मिल जाएगा. इसके बाद आरोपियों ने उसको प्राधिकरण में साफ सफाई के काम के लिए परमानेंट रखने की बात कही.
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आरोपियों ने उनको झांसा देकर कहा कि उनके पास अब हमेशा टेंडर रहेगा. इसके बाद सिक्योरिटी मनी के रूप में उनसे और उसके 15 अन्य साथियों से आरोपियों ने करीब 23 लाख रुपये ले लिए. इसके बाद आरोपियों ने उन लोगों को भर्ती करके फर्जी आईकार्ड दे दिया. कई महीनों तक अलग-अलग जगह उनसे साफ-सफाई का काम भी करवाया. इसका उन्हें कोई वेतन नहीं मिला. जब उन्होंने आरोपियों से अपने वेतन और सिक्योरिटी मनी वापस देने के लिए कहा तो उसके जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद पीड़ितों ने अपनी शिकायत पुलिस को दिया. जब पुलिस की तरफ से मामले में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई, तब उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया. न्यायालय के आदेश के बाद थाना सेक्टर 24 पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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